सुप्रीम कोर्ट में राम मंदिर पर सुनवाई अगले साल तक के लिए टलने और आरएसएस-वीएचपी की ओर से बढ़ते दबाव को देखते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या पर मास्टर स्ट्रोक खेल सकते हैं। शुक्रवार को यूपी बीजेपी के अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय ने संकेत दिए है कि सीएम योगी दीपावली तक सरयू तट पर भगवान राम की विशालकाय प्रतिमा बनवाने का ऐलान कर सकते हैं पांडेय ने कहा कि इस दिवाली तक यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या के मुद्दे पर खुशखबरी देंगे। उन्होंने कहा कि सीएम योगी ने अयोध्या के लिए योजना बनाई है, इसलिए दिवाली तक प्रतीक्षा करने की जरूरत है। सूत्रों के मुताबिक योगी सरकार ने अयोध्या के लिए दोहरी योजना बनाई है। इसके तहत अयोध्या में सरयू नदी के तट पर भगवान राम की 100 मीटर ऊंची प्रतिमा बनाने और सरयू के किनारे नई अयोध्या बसाने की योजना है।
कॉर्पोरेट फंड्स जुटाने की तैयारी मेंइन प्रॉजेक्ट के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार कॉर्पोरेट फंड्स जुटाने की तैयारी में है। योगी सरकार ने वाराणसी और गोरखपुर समेत यूपी के 10 शहरों के 2725 करोड़ रुपये के 86 टूरिजम प्रॉजेक्ट्स में कंपनियों को सीएसआर (कॉर्पोरेट्स सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी) फंड्स खर्च करने की अनुमति दे दी है। इन 86 प्रॉजेक्ट्स में एक 330 करोड़ रुपये की लागत से तैयार होने वाली राम की 100 मीटर ऊंची प्रतिमा है। दूसरा प्रॉजेक्ट सरयू किनारे 350 करोड़ की लागत से बनने वाली नई अयोध्या है। इसमें 7डी रामलीला, रामकथा गैलरी, रामलीला पर लाइट ऐंड साउंड शो के अलावा म्यूजिकल फाउंटेन बनाए जाने हैं। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने पिछले साल इन प्रॉजेक्ट्स की घोषणा की थी। इसके तुरंत बाद पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने भी सैफई में कृष्ण की 50 मीटर ऊंची प्रतिमा बनवाने की घोषणा की थी। आपको बता दें कि कंपनियों को उनके नेट प्रॉफिट का 2 फीसदी हिस्सा सीएसआर फंड्स के तौर पर सामाजिक विकास के लिए खर्च करना पड़ता है।
26 पेजों की बुकलेट तैयार
यूपी सरकार ने इन प्रॉजेक्ट्स के लिए एक 26 पेजों की बुकलेट तैयार की है। यूपी के प्रधान सचिव (टूरिजम) अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि अभी इस बुकलेट को पब्लिश होना है कि लेकिन यह सरकार की नई टूरिजम नीति का हिस्सा है। अयोध्या के ऐसे 4 प्रॉजेक्ट्स के लिए 755 करोड़ रुपये का बजट भी दिया है। बुकलेट के मुताबिक अयोध्या भगवान राम के भक्तों के लिए गर्व का विषय है और इसमें अंतरराष्ट्रीय टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनने की प्रबल संभावनाएं हैं।
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई टलने के बाद अयोध्या मुद्दे पर राजनीति गर्मइससे पहले महेंद्र नाथ पांडेय ने मीडिया से बातचीत में कहा था, 'योगी जी मुख्यमंत्री के साथ-साथ बहुत बड़े संत हैं। निश्चित रूप से उन्होंने अयोध्या के लिए योजना बनाई है। दिवाली आने दीजिए, खुशखबरी की प्रतीक्षा कीजिए....मुख्यमंत्री के हाथों वह योजना सामने आएगी तो उचित होगा।' बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई टलने के बाद अयोध्या मुद्दे पर राजनीति गर्म हो गई है।
अयोध्या विवाद की सुनवाई अगले साल तक टालने के निर्णय पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने कहा कि इस मामले पर उन्हें जल्द निर्णय की उम्मीद थी लेकिन शीर्ष अदालत ने इसे टालकर हमारे इंतजार को और लंबा कर दिया है। संघ ने राम मंदिर निर्माण के लिए अध्यादेश की मांग फिर दोहराई। संघ ने कहा कि अगर जरूरी हुआ तो वह राम मंदिर के लिए 1992 जैसा आंदोलन भी करेगा। संघ ने कहा कि सुनवाई के दौरान शीर्ष अदालत द्वारा यह कहे जाने पर कि हमारी प्राथमिकताएं अलग हैं, इसे हिंदू समाज अपमानित महसूस कर रहा है।
आरएसएस और विश्व हिंदू परिषद अब राम मंदिर के लिए सरकार से अध्यादेश लाने की मांग कर रहे हैं। इस बीच, बीजेपी चीफ अमित शाह ने शुक्रवार को आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात की है। समझा जा रहा है कि इस मुलाकात में राम मंदिर मुद्दे पर चर्चा हुई। संघ के मंदिर निर्माण पर सख्त रुख को देखते हुए इस बैठक को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।