CAA के खिलाफ केरल, पंजाब के बाद अब राजस्थान विधानसभा में भी प्रस्ताव पास, BJP ने की नारेबाजी

नागरिकता कानून (CAA) के खिलाफ देशभर में चल रहे प्रदर्शन के बीच केरल और पंजाब सरकार CAA के खिलाफ विधानसभा में प्रस्ताव पारित कर चुकी है। इतना ही नहीं, केरल सरकार इस कानून के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का भी रुख कर चुकी है। वहीं अब एक और राज्य का नाम जुड़ गया है जिसने CAA के खिलाफ विधानसभा में प्रस्ताव पारित किया है। यह राज्य है राजस्थान। राजस्थान सरकार ने भी संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ विधानसभा में प्रस्ताव पास कर दिया है। हालाकि, इस प्रस्ताव के पारित किए जाने पर BJP विधायकों ने विधानसभा में जमकर नारेबाजी की। राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि उनकी सरकार केंद्र के इस कानून का पुरजोर विरोध करती है। इसी दिशा में विधानसभा में आज (शनिवार) राज्य सरकार ने इस कानून के खिलाफ प्रस्ताव रखा, जिसे पास कर दिया गया है। राजस्थान में सत्तारुढ़ कांग्रेस पार्टी ने अपने विधायकों को व्हिप जारी किया था कि वो 25 जनवरी को सदन में मौजूद रहें। वहीं, बीजेपी ने भी इसके विरोध की पूरी तैयारी की थी।

बता दे, इस क़ानून के खिलाफ पश्चिम बंगाल भी विरोध प्रस्ताव लाने की तैयारी में है। पश्चिम बंगाल विधानसभा में सत्तारुढ़ टीएमसी 27 जनवरी को नागरिकता क़ानून के खिलाफ प्रस्ताव ला सकती है।

बता दे, शीतकालीन सत्र में मोदी सरकार ने संसद में नागरिकता संशोधन बिल पेश किया था। लोकसभा और राज्यसभा दोनों ही सदनों में सरकार ने इसे पारित करवा लिया और राष्ट्रपति के दस्तखत के बाद कानून का संशोधित रूप लागू कर दिया था। बिल को सदन में पेश किए जाने के समय से ही इसका पुरजोर विरोध हो रहा है। उस समय असम और मणिपुर में लोग सड़कों पर निकले और केंद्र सरकार से इस बिल को वापस लेने की मांग करने लगे। वहां प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया और इसमें कई लोग मारे गए।

दिल्ली के शाहीन बाग में एक महीने से ज्यादा समय से इस कानून के खिलाफ मुस्लिम महिलाएं प्रदर्शन कर रही हैं। शाहीन बाग प्रदर्शन में शुक्रवार को हिंसा भी हुई। वहां एक निजी चैनल के साथ-साथ दूरदर्शन के पत्रकार पर भी हमला हुआ। आंदोलनकारियों ने लाइव प्रोग्राम करने पहुंचे पत्रकारों के तीन कैमरे तोड़ दिए। निजी चैनल के पत्रकार के साथ धक्का-मुक्की का विडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आया। शाहीन बाग में शांतिपूर्ण प्रदर्शन के बीच हुई हिंसा के बीच अब लोगों के सब्र का बांध टूटता दिख रहा है। अब रास्ता बंद होने की वजह से परेशानी उठा रहे लोगों ने भी सड़क पर उतरने का फैसला कर लिया है। ये लोग करीब 40 दिन से बंद कालिंदी कुंज मार्ग को खुलवाने के लिए मार्च निकालने का प्लान बना रहे हैं। सड़क बंद होने की वजह से परेशान सरिता विहार के लोगों का प्लान है कि वे 2 फरवरी को प्रदर्शन करेंगे। ये लोग अपनी कॉलोनी से शाहीन बाग तक मार्च निकालने वाले हैं। इनकी मांग है कि बंद सड़क को आम लोगों के लिए खोला जाए।

दिल्ली के अलावा देश के कई राज्यों में मुस्लिम ही नहीं बल्कि कई धर्मों के लोग CAA के खिलाफ लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। जहां एक तरफ CAA का विरोध हो रहा है वहीं दूसरी तरफ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह यह साफ कर चुके है कि किसी भी कीमत पर इसको वापिस नहीं लिया जाएगा।