तेजस ट्रेन के लेट होने पर यात्रियों को मिलेंगे पैसे, लेकिन कैसे, जानने के लिए पढ़े

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने आज शुक्रवार को बहुप्रतीक्ष‍ित देश की पहली कॉरपोरेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस (Tejas Express) को हरी झंडी दिखाकर रवाना कर दिया है। दिल्ली-लखनऊ (Delhi-Lucknow) तेजस ट्रेन सप्ताह में छह दिन चलेगी और सिर्फ बृहस्पतिवार को इसका संचालन बंद रहेगा। लखनऊ से द‍िल्ली के बीच 512 क‍िलोमीटर की दूरी तय करने में इसे 6 घंटे 15 म‍िनट लगेंगे। लखनऊ स्टेशन से तेजस सुबह 6:10 बजे चलेगी और 12:25 बजे यात्रियों को दिल्ली पहुंचा देगी। यह ट्रेन नई दिल्ली से शाम 3:35 बजे चलेगी और उसी दिन 10:05 बजे रात को लखनऊ पहुंचेगी। यह ट्रेन बीच में सिर्फ कानपुर और गाजियाबाद में ही रुकेगी। तेजस ट्रेन की निगरानी इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (आईआरसीटीसी) के जिम्मे है। तेजस में यात्रियों को प्रीमियम सेवाएं और सुविधाएं दी जाएंगी। वही इसके साथ IRCTC ने दावा किया है कि तेजस ट्रेन यात्रियों को समय पर पहुंचाएगी और अगर ट्रेन लेट होती है तो यात्रियों को रिफंड दिया जायेगा। भारतीय रेल इतिहास में यह पहली बार है, जब ट्रेन के लेट होने पर यात्रियों को पैसे वापस लौटाने की सुविधा दी जा रही है।

आईआरसीटीसी ने ट्रेन की देरी पर रिफंड के लिए दो श्रेणियां तय की हैं। अगर ट्रेन एक घंटे से ज्यादा लेट होती है तो प्रति यात्री 100 रुपये का रिफंड दिया जाएगा, जबकि दो घंटे से ज्यादा की देरी पर 250 रुपये का रिफंड मिलेगा। इस ट्रेन में तत्काल टिकट बुकिंग की सुविधा नहीं दी जा रही है। हालांकि, आईआरसीटीसी हर यात्री को 25 लाख रुपये का दुर्घटना बीमा और एक लाख रुपये का सामान खोने, डकैती या चोरी हो जाने पर बीमा मुफ्त में दे रही है।

आइए जानते हैं 25 लाख के बीमा और रिफंड के बारे में

इस ट्रेन में भी फ्लेक्सी फेयर की तर्ज पर टिकट की बुकिंग होगी। अगर ट्रेन लेट होती है, तो आईआरसीटीसी खुद रिफंड नहीं करेगा, बल्कि यात्रियों को रिफंड पाने के लिए क्लेम करना होगा। यह क्लेम ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से किया जा सकता है।

- आईआरसीटीसी का कहना है कि अगर ट्रेन लेट होती है तो यात्रियों को उपलब्ध कराए गए ऑनलाइन लिंक में बीमा कंपनियों की ओर से दिए गए क्लेम फॉर्म को भरना होगा।

- इसमें यात्रा का विवरण, ट्रेन लेट होने की अवधि अपने पीएनआर और बैंक खाते के साथ पूरी जानकारी देनी होगी।

- इसके बाद बीमा कंपनी रिफंड की राशि सीधे यात्रियों के खाते में डाल देगी

- अगर यात्री ट्रेन छूटने के चार घंटे पहले टिकट कैंसिल कराता है, तो लिपिकीय कार्य के लिए 25 रुपये का शुल्क कटेगा। अन्य ट्रेनों के लिए रेलवे एसी क्लास में यह शुल्क 65 रुपये वसूलता है।

- अगर आपका वेटिंग टिकट कन्फर्म नहीं हो पाती है, तो आईआरसीटीसी पूरा किराया वापस कर देगी।

- ट्रेन छूटने के 30 मिनट पहले अगर यात्री का आंशिक रूप से कन्फर्म टिकट चार्ट बनने के बाद कैंसिल हो जाता है, तो आईआरसीटीसी टिकट का पूरा पैसा वापस कर देगी।

- यात्री चाहें तो ऑफलाइन तरीके से रेलवे के टोल फ्री नंबर पर फोन करके भी रिफंड के लिए दावा पेश कर सकते हैं।

ये होगा किराया और ये मिलेगी सुविधाएं

लखनऊ से दिल्ली के लिए इसमें एसी चेयर कार का किराया 1,125 रुपये और एक्जिक्यूटिव चेयर कार का किराया 2,310 रुपये है। वहीं, वापसी में एसी चेयर कार के लिए 1,280 जबकि एक्जिक्यूटिव चेयर कार के लिए 2,450 है।

तेजस एक्सप्रेस में कुल 758 यात्री सफर कर सकेंगे। ट्रेन में एक एक्जिक्यूटिव क्लास वातानुकूलित चेयर कार होंगी, जिसमें 56 सीटें होंगी और 9 वातानुकूलित चेयर कार होंगी, जिनमें प्रत्येक में 78 सीटें होंगी। तेजस एक्सप्रेस में LED स्क्रीन पर ऑन डिमांड एंटरटेनमेंट दिया जाएगा। ट्रेन में ऑन बोर्ड वाईफाई, मॉड्यूलर बॉयो टॉयलेट और आरामदायक सीटें लगाई गई हैं। दृष्टिबाधित लोगों के लिए जानकारी देने के ल‍िए ब्रेल लिपि का उपयोग किया गया है। हर एक सीट के ऊपर रीडिंग लाइट लगाई गई है। और साथ ही कालिंग बेल का प्रावधान भी किया गया है। तेजस एक्सप्रेस के डिब्बों के दरवाजे स्वचालित तरीके से बंद होंगे। जैसे ही ट्रेन रफ्तार पकड़ेगी इस के दरवाजे खुद-ब-खुद लॉक हो जाएंगे। तेजस एक्सप्रेस में खिड़कियों पर ऑटोमेटिक तरीके से चलने वाले पर्दे लगाए गए हैं। इन पदों की खासियत यह है कि ये खिड़की में लगे दो शीशों के बीच में फिट किए गए हैं। एक बटन के जरिए इसे ऊपर नीचे किया जा सकता है। तेजस एक्सप्रेस में स्वचालित इंटर कनेक्टिंग दरवाजे हैं। इससे एक कोच से दूसरे कोच में जाना काफी सुविधाजनक हो गया है।