CID ने आंध्र प्रदेश में शराब की भट्टियों पर छापे मारे, बड़े घोटाले की जांच की

अमरावती। आंध्र प्रदेश के अपराध जांच विभाग (सीआईडी) ने शराब उत्पादन और आपूर्ति में अनियमितताओं की चल रही जांच के तहत एक बड़ी कार्रवाई करते हुए राज्य भर में शराब भट्टियों पर एक साथ छापेमारी की। यह अभियान कल शुरू हुआ और उम्मीद है कि यह अगले दो दिनों तक जारी रहेगा।

30 स्थानों पर व्यापक छापेमारी


कृष्णा, एनटीआर और पूर्वी गोदावरी जैसे जिलों में डिस्टिलरी, डिपो और खुदरा दुकानों सहित 30 स्थानों पर 20 सीआईडी टीमों को भेजा गया। ये छापे राज्य सरकार द्वारा अवैध शराब व्यापार पर अंकुश लगाने और राजस्व बढ़ाने के व्यापक प्रयास का हिस्सा हैं। जांच में बड़े पैमाने पर अनियमितताओं पर ध्यान केंद्रित किया गया है जो कथित तौर पर पिछली वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) सरकार के कार्यकाल के दौरान हुई थीं।

शराब उत्पादन और बिक्री में अनियमितताएँ

प्रारंभिक निष्कर्षों से पता चलता है कि नियमित नकद लेनदेन के पक्ष में डिजिटल भुगतान प्रणाली को दरकिनार कर दिया गया था, और बिना उचित बिलिंग के अतिरिक्त शराब का उत्पादन और बिक्री की गई थी। सीआईडी वर्तमान में इन अनियमितताओं के कारण हुए राजस्व नुकसान की पूरी सीमा निर्धारित करने के लिए दस्तावेजों की जांच कर रही है।

राजनीतिक आरोप और आबकारी नीति

तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) ने आरोप लगाया है कि पूर्व आबकारी आयुक्त वासुदेव रेड्डी एक बड़े शराब घोटाले में शामिल थे, जिससे मामले को लेकर राजनीतिक विवाद और भी गहरा गया है। यह छापेमारी राज्य की नई आबकारी नीति के क्रियान्वयन के बाद की गई है, जिसका उद्देश्य भ्रष्टाचार पर नकेल कसना और अवैध शराब की बिक्री पर अंकुश लगाकर शराब के व्यापार को और अधिक पारदर्शी बनाना है।

सरकार की प्रतिक्रिया

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने अधिकारियों को घोटाले में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। चल रही छापेमारी को शराब उद्योग को साफ करने और राज्य के आबकारी विभाग में जवाबदेही सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है।