चीन ( China ) की दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी ( E-Commerce ) अलीबाबा ( Alibaba ) ने अपने सालाना सिंगल्स डे सेल में फिर से वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। कंपनी ने सेल के पहले पांच मिनट में ही 3 बिलियन डॉलर (करीब 21,600 करोड़ रुपये) का सामान बेचा। इस सालाना सेल के दौरान इस बार 213.5 अरब युआन यानी 30.8 अरब डॉलर (करीब 22 खरब 55 अरब रुपये) की रेकॉर्ड बिक्री की। कंपनी ने अपना ही पुराना वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ दिया। पिछले साल सालाना सेल के दौरान 24 घंटे में 25 बिलियन डॉलर (करीब 1.80 लाख करोड़ रुपये) की बिक्री हुई थी। अलीबाबा के संस्थापक जैक मा सेल की काउंटडाउन के दौरान मौजूद थे। आपको बता दें कि इस सेल में सबसे ज्यादा बिक्री एप्पल और शाओमी जैसे टॉप ब्रैंड की हुई है। ब्लूमबर्ग की खबर के मुताबिक, सिंगल्स डे सेल में सबसे ज्यादा बिकने वाले प्रॉडक्ट्स शाओमी, ऐपल और डायसन ब्रैंड्स के रहे। गौरतलब है कि अलीबाबा हर वर्ष 11/11 यानी 11 नवंबर को सिंगल्स डे सेल का आयोजन करती है, जिसका इंतजार पूरे चीन को रहता है। हर वर्ष आयोजित होनेवाला यह खुदरा विक्रय समारोह न सिर्फ कंपनी के लिए, बल्कि पूरे चीन के लिए भी बहुत मायने रखता है। इस वर्ष 11 नवंबर को आयोजित इस महोत्सव में चीन के लोगों में खरीदारी की भावना की शानदार झलक मिली। अलीबाबा के सीईओ डेनियल झांग ने शंघाई में संवाददाताओं से कहा, 'हम महसूस कर सकते हैं कि व्यापारी इंटरनेट को पूरी तरह अपना रहे हैं और खपत बढ़ाने में मदद कर रहे हैं।'
अलीबाबा की इस धमाकेदार सेल के खरीददार लॉस एंजेलिस, टोक्यो और फ्रैंकफर्ट के भी लोग थे। लोगों ने इस सेल में डायपर से लेकर मोबाइल हर चीज़ की खरीददारी की। जानकारों के मुताबिक हाल के दिनों में चीन की अर्थव्यवस्था में कमज़ोरी आई है। ऐसे में अलीबाबा के मुनाफे में भी कमी आ सकती है। अलीबाबा- ई-कॉमर्स/ रीटेल, फार्मा, आईटी, फाइनेंस, टूरिज्म और मीडिया एंड एंटरटेनमेंट से जुडी 37 कंपनियां अलीबाबा ग्रुप का हिस्सा है। इसके आलावा भारत के पेटीएम मॉल समेत दुनिया भर की कई बड़ी कंपनियों में अलीबाबा ने निवेश किया है।
अलीबाबा की प्रमुख वेबसाइटों में एक टीमॉल ने सिंगल्स डे समारोह के दौरान कहा, 'अलीबाबा सिंगल्स डे को हॉलिडे बनाने के लिए अपने सभी प्लैटफॉर्म्स का इस्तेमाल कर रही है। हॉलिडे में डाइनिंग और एंटरटेनमेंट भी शामिल हैं।' इस वर्ष की सिंगल्स डे सेल के पहले घंटे में सबसे ज्यादा जापान, अमेरिका, दक्षिण कोरिया के सामान बिके और जिन सामानों की खरीदारी सबसे ज्यादा हुई, उनमें पोशाक, ऊनी कोट, पैंट और हूडीज शामिल हैं।
1994 में अलीबाबा के मालिक जैक जब अमेरिका गए तो इंटरनेट देखकर हैरान रह गए। वहां से लौटते ही उन्होंने 'चाइना पेज' लॉन्च किया। यह चीन की पहली ऑनलाइन डायरेक्टरी थी और इसी से वो देश में 'मिस्टर इंटरनेट' के नाम से मशहूर हो गए। ये पेज बाद में फेल हो गया और अलीबाबा की शुरुआत हुई। 1999 में 21 फरवरी को रखी जैक मा ने अलीबाबा की शुरू की थी। जैक ने अपने 17 दोस्तों के साथ मिलकर अलीबाबा की शुरुआत की थी। बता दें कि जैक ने जब ये कंपनी शुरू की तब तक वो करीब 30 नौकरियों से रिजेक्ट हो चुके थे।
अलीबाबा के लिए सबसे पहले जापान की सॉफ्टबैंक ने जैक को कर्ज दिया था। अलीबाबा में निवेश करने वालों में से एक वू यिंग ने के मुताबिक 'वो (जैक) एक पुरानी सी जैकेट और हाथ में एक कागज पकड़े वह हमारे पास आया था और सिर्फ छह मिनट में उसने हमें इतना यकीन दिला दिया कि उसे दो करोड़ अमेरिकी डॉलर का कर्ज मिल गया।' Alibaba।com, Taobao, Alibaba Cloud, AliExpress, Yahoo! China, Alibaba Pictures, South China Morning Post, UCWeb, और Lazada अलीबाबा ग्रुप की सबसे बड़ी कंपनियों में से हैं।
कौन हैं जैक माजैक मा एशिया के चौथे सबसे अमीर आदमी हैं। उनकी कुल संपत्ति 1 लाख 90 हज़ार करोड़ रुपए से भी ज्यादा है। जैक की जीवनी पर आधारित किताब ‘अलीबाबा: द हाउस दैट जैक मा बिल्ट’ के मुताबिक जब 1999 में हांगझू के अपने अपार्टमेंट में उन्होंने ये कंपनी शुरू की तो लोग उन्हें शक की नजरों से देखते थे। लोग करीब तीन साल तक उन्हें ठग समझते रहे।
जैक पढ़ाई में बिल्कुल अच्छे नहीं थे, वो पांचवीं कक्षा में ही दो बार फेल हो गए थे और आठवीं में भी 3 बार फेल हुए। बिल गेट्स और स्टीव जॉब्स की तरह जैक के पास भी कम्प्यूटर साइंस का कोई बैकग्राउंड नहीं है। यहां तक कि बचपन में वो इतने गरीब थे कि कभी उन्होंने कभी कम्प्यूटर इस्तेमाल तक नहीं किया था। जैक पुलिस में भर्ती होना चाहते थे लेकिन वहां भी उन्हें रिजेक्ट कर दिया गया था। फेमस हार्वर्ड यूनिवर्सिटी ने उन्हें 10 बार रिजेक्ट किया। 1980 में वह अपने शहर में स्कूल टीचर की नौकरी करने लगे। तीन साल बाद उन्होंने इस नौकरी को छोड़ अनुवाद करने वाली एक कंपनी खोली। इंटरनेट से प्रभावित होकर जैक ने अलीबाबा की शुरुआत की।