अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर के चलते चीन की सबसे अमीर महिला झू कुनफेई की संपत्ति में काफी कमी आई है। जब से दोनों देशों के बीच तकरार बढ़ी है तब से उनकी संपत्ति में 66 प्रतिशत यानी साढ़े छह अरब डॉलर (करीब पांच हजार करोड़ रुपये) की कमी हो चुकी है। लेंस टेक्नॉलॉजी के शेयर में भी इस साल 62 फीसदी की कमी आई है। झू का जन्म 1970 में हुनान प्रांत के शियांगशियांग में हुआ था। अपनी कंपनी शुरू करने से पहले उन्होंने छह साल तक एक ग्लास फैक्ट्री में काम किया था। उनकी कंपनी लेंस टेक्नॉलॉजी एप्पल और टेस्ला के लिए टचस्क्रीन बनाती थी।
अमेरिका-चीन के बीच चल रहे ट्रेड वॉर के चलते कई चीनी अरबपतियों को नुकसान हुआ है। अलीबाबा ग्रुप के संस्थापक जैक मा और टेनशेट हॉल्डिंग्स के सीईओ मा हुतेंग भी इससे अछूते नहीं हैं। दुनिया के 500 सबसे अमीर लोगों में शामिल चीनी कारोबारियों को इस साल अभी तक कुल 86 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है।
अमेरिकी व्यापार नीति में बदलाव का सबसे बुरा असर चीन पर ही हुआ
एलोन मस्क पर टेस्ला कंपनी के शेयरहोल्डर्स को गुमराह करने के आरोपों ने तो आग में घी का काम किया। इस खबर के सामने आने के बाद टेस्ला के कई एशियन सप्लायर्स की संपत्ति में कमी आई है। ऑक्सफॉर्ड इकॉनॉमिक्स की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी व्यापार नीति में बदलाव का सबसे बुरा असर चीन पर ही हुआ है।
अमेरिका के फैसलों से चीन में राष्ट्रवाद की भावना बढ़ सकती है
चीन की कई कंपनियां अमेरिकी टेक कंपनियों को कच्चा माल और कलपुर्जे मुहैया कराती हैं। बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले महीने कहा था कि वह चीनी सामान पर 267 अरब डॉलर का अतिरिक्त टैरिफ लगाने की तैयारी में हैं। टैरिफ और निर्माण प्लांट को शिफ्ट किए जाने पर लागत बढ़ेगी। चीन के विशेषज्ञ ने बताया कि अमेरिका के फैसलों से चीन में राष्ट्रवाद की भावना बढ़ सकती है जिससे कि एपल जैसी कंपनियों के उत्पादों का बायकॉट हो सकता है।