कोरोना वायरस में निर्माण / दुनिया लॉकडाउन से परेशान, चीन बना रहा दुनिया का सबसे बड़ा फुटबॉल स्टेडियम

दुनियाभर में लोग कोरोना वायरस से परेशान हैं चीन में भी इस वायरस की वजह से काफी नुकसान हुआ है बड़ी संख्या में लोगों की जान गई लेकिन उसने अब इस पर काबू पाते हुए फिर से हालात सामान्य करने की तरफ कदम बढ़ा दिए हैं। उसने दुनिया के सबसे बड़े फुटबॉल स्टेडियम का निर्माण शुरू कर दिया है। यह स्टेडियम कमल के आकार का होगा और इसका निर्माण चीन के ग्वांगझू शहर में हो रहा है। इस स्टेडियम बनने में 2 साल का समय लग जाएगा। यह स्टेडियम 2022 तक बनकर तैयार हो जाएगा। इसके निर्माण में अनुमानित 1।7 बिलियन डॉलर (करीब 130 अरब रुपये) का खर्चा आएगा। इस स्टेडियम में एक बार में 1 लाख लोग बैठ सकेंगे। इसकी काफी खासियत हैं जिसमें इसका आकार बेहद खास है जो कमल के फूल के आकार में डिजाइन किया गया है। इस स्टे़डियम में 16 वीवीआईपी प्राइवेट रूम होंगे। 152 वीआईपी प्राइवेट रूम होंगे। फीफा एरिया और एथलीट एरिया होगा। इसके ग्राउंड ब्रेकिंग कार्यक्रम में 200 से अधिक ट्रक दिखाए गए। ये काम में लग चुके हैं।

स्टेडियम में मैच के कवरेज के लिए अलग तरह का मीडिया एरिया और प्रेस रूम तैयार किया जा रहा है। अभी प्रोफेशनल क्लब ग्वांगझू एवरग्रांडे के कोच हैं फाबियो कैनावारो। स्टेडियम के ग्राउंड ब्रेकिंग कार्यक्रम में ये भी मौजूद थे।

रियल एस्टेट समूह एवरग्रैंड के अध्यक्ष जिया हैजुन ने उम्मीद जताई कि स्टेडियम से चीनी फुटबॉल को अगले स्तर पर ले जाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि एवरग्रैंड स्टेडियम की तुलना दुबई में सिडनी ओपेरा हाउस और बुर्ज खलीफा से की जा सकेगी और यह दुनिया के लिए चीनी फुटबॉल का एक महत्वपूर्ण प्रतीक बन जाएगा। ऑस्ट्रेलिया, यूके और अमेरिका से आठ डिजाइन एवरग्रैंड को दिए गए थे लेकिन बाद में मूल रूप से शंघाई के अमेरिकी डिजाइनर हसन सैयद के डिजाइन को फाइनल किया गया।

अभी दुनिया में सबसे बड़ा स्टेडियम स्पैनिश क्लब बार्सिलोना का कैंप नाउ स्टेडिम है। इसकी क्षमता 99,354 है। यह क्लब अभी दो और स्टेडियम बनाना चाहता है।