मध्यप्रदेश : मार्च 2020 के बाद अनाथ हुए बच्चों को मिलेगी 2000 रुपये प्रति माह की वित्तीय सहायता

कोरोना महामारी कहर बनकर आई हैं जिसने लाखों लोगों की जान ली हैं। मार्च 2020 के बाद से ही कोरोना का तांडव देखने को मिला और कई बच्चों ने अपने माता-पिता को खो दिया। ऐसे में मध्यप्रदेश में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने पायलट परियोजना शुरू की हैं जिसमें मार्च 2020 के बाद अपने एकल या दोनों माता-पिता को खोने वाले बच्चों को वित्तीय सहायता दी जानी हैं। आयोग ने इन बच्चों का डाटा अपने बाल स्वराज पोर्टल के जरिये एकत्र किया है।

NCPCR के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने सोमवार को बताया, ऐसे बच्चों की सुविधा व सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उन्हें ‘बच्चों के लिए समर्पण’ कार्यक्रम के तहत 2,000 रुपये प्रति माह की वित्तीय सहायता दी जाएगी। उन्होंने बताया कि यह पायलट परियोजना फिलहाल मध्यप्रदेश के तीन जिलों (विदिशा, रायसेन और सीहोर) में शुरू की गई है और आने वाले महीनों में पूरे देश में इसका विस्तार किया जाएगा। इसके तहत इन जिलों से चिन्हित किए गए 83 बच्चों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। कानूनगो ने बताया कि स्पेस-टू-ग्रो और वेदांतु इनोवेशन प्राइवेट लिमिटेड जैसी कंपनियों ने आयोग से संपर्क किया था और उन्होंने इन बच्चों के लिए शैक्षिक योगदान की इच्छा जताई है।