प्रवासी राजस्थानियो के रंगारंग कार्यक्रम ने महाराष्ट्र के मुख्य मंत्री देवेन्द्र फडनवीस का मनमोहा

महाराष्ट्र केे मुख्य मंत्री श्री देवेन्द्र फडनवीस मुम्बई में राजस्थानी समुदाय द्वारा अपने भव्य नागरिक अभिनन्दन से अभीभूत होते हुये कहा कि मुझे मुम्बई में राजस्थान की छवि नजर आ रही है। उन्होंने कहा कि मै प्रवासी राजस्थानियो के इस कार्यक्रम की भव्यता, अपनायत एवं विराट उपस्थिति से आज खुश हूं।

श्री फडनवीस शुक्रवार रात्रि को मुम्बई के भाईन्दर(पू.) उप नगर के श्री बालासाहेब मैदान में स्थानीय ‘‘जालोर-सिरोही विकास परिषद‘‘ द्वारा आयोजित प्रवासी ‘‘महासम्मेलन एवं नागरिक अभिनन्दन‘‘ समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सभी वर्ग के एक साथ मिल कर सामाजिक समरसता के साथ जीवनयापन करना प्रवासी राजस्थानियो की पहचान है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रवासी राजस्थानी होली के रंग में रंग कर रंगीले हो स्थानीय समुदाय के साथ अपने ‘‘पे्रम‘‘ द्वारा अनूठा भाईचारा कायम कर लेते है। ऎसे जीवन चरित्र की आज देश भर में अत्यन्त आवयकता है।

मुख्य मंत्री कहा कि प्रवासी राजस्थानियो में प्रेम की भावना प्रगाढ है जो कि हम पर कर्ज है। इसे मै फर्ज के रूप में अदा करते आपके प्रेम की निरन्तर प्राप्ति करते रहने की अभिलाषा रखता हूं। उन्होने जालोर-सिरोही विकास परिषद द्वारा महाराष्ट्र एवं राजस्थान में किए जा रहे शिक्षा, चिकित्सा, पर्यावरण, गौसेवा जैसे जनसेवी कार्यो की सराहना की। उन्होंने प्रवासी राजस्थानियो के कल्याणार्थ भाईन्दर में भवन निर्माण के लिए रियायती दर पर भूखण्ड के स्थान की तलाश का जिम्मा स्थनीय विधायक को सौंपा।

राजस्थानी महासम्मेलन की अध्यक्षता करते मीरा-भाईन्दर क्षेत्र के विधायक श्री नरेन्द्र मेहता ने कहा कि भाईन्दर रूपी ‘‘मिनी राजस्थान‘‘ की भूमि पर वीर शिरोमणी महाराणा प्रताप की विराट प्रतिमा स्थापना के प्रयास तेजी से जारी है। आगामी प्रताप जयन्ती के अवसर पर यह सपना पूर्ण कर लिया जाएगा। इस अवसर पर मीरा-भाईन्दर महानगरपालिका की महापौर श्रीमती डिम्पल मेहता तथा मुम्बई व राजस्थान (जालोर-सिरोही) के अनेक जन प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।

प्रारम्भ में जालोर-सिरोही विकास परिषद के अध्यक्ष श्री गोविन्द पुरोहित ने स्वागत किया। उन्होने सिरोही के पामेरा श्रीकृष्ण गौशाला के लिए 21 लाख रू. की राशि देने की घोषण भी की। संगठन के संस्थापक अध्यक्ष श्री रतनसिंह तुर्रा ने भी सम्बोधित किया। प्रारम्भ में अतिथियो का साफा, पुष्प गुच्छ एवं शाल से सम्मान किया गया। मुम्बई के राजस्थानी एकता मण्डल, राजस्थान मेवाड प्रवासी संघ, राजस्थान 36 कौम एकता मण्डल, पाली जिला प्रवासी संघ द्वारा भरपूर सहयोग प्रदान किया। इस अवसर पर मनभावन राजस्थानी गीत-संगीत प्रस्तुत किए गए। इसमें श्री देवीलाल राजपुरोहित ने प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया। कार्यक्रम का संचालन श्री विनोद आचार्य ने किया।