Chhattisgarh News: कर्ज में डूबे एक नाबालिग की ब्लेड से गला रेत कर की हत्या, लड़के को थी ऑनलाइन गेम खेलने की लत

कर्जा लेकर गेम खेलने की लत ने एक 17 साल के नाबालिग को मौत के मुंह तक पहुंचा दिया। ये मामला छत्तीसगढ़ के रायगढ़ का है। यहां 17 साल के लक्षेंद्र खूंटे पिछले एक साल से ऑनलाइन पढ़ाई ना करके फ्री-फायर गेम खेल रहा था। बता दें कि कोरोना वायरस की वजह से पिछले साल सभी स्कूलों ने बच्चों की ऑनलाइन कक्षा लेना शुरू कर दिया था और अभी कुछ स्कूल ऑनलाइन पढ़ाई ही करा रहे हैं।

लक्षेंद्र के पिता जम्मू-कश्मीर में काम करते हैं और उसकी माता को मोबाइल चलाने को लेकर इतनी जानकारी नहीं थी। लक्षेंद्र फोन में लगा रहता था और सभी को यही लगता था कि वो पढ़ाई कर रहा है क्योंकि उस दौरान ऑनलाइन तरीके से ही पढ़ाई कराई जा रही थी। लेकिन किसी को इस बात की भनक तक ना लगी कि लक्षेंद्र पढ़ाई ना करके पूरा समय गेम खेलता रहता है। लक्षेंद्र गम में इतना डूब गया कि कर्ज लेने लगा। लक्षेंद्र ने कुल 75,000 रुपये का कर्ज ले लिया था, जिसे वो चुका नहीं पाया, जिसके बाद कर्जदाता ने नाबालिग बच्चे को शराब पिलाकर गले पर ब्लेड चलाकर उसकी हत्या कर दी। सूचना मिलते ही पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

बता दें कि 10 मार्च की दोपहर को लक्षेंद्र 25 साल के पड़ोसी चवन खूंटे के साथ घर से बिना बताए निकल गया था। इसके बाद लक्षेंद्र के मोबाइल से चवन के मोबाइल पर एक संदेश आया कि लक्षेंद्र का अपहरण हो गया है और अपहरणकर्ता ने पांच लाख रुपये की फिरौती मांगी है। इसके बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाली और वीडियो देखने के बाद चवन पर जोर डाला तो उसने सच कबूल कर लिया कि लक्षेंद्र को गेम खेलने की लत लग गई थी और उसने हजारों रुपये का कर्जा ले लिया था, जिसे वो लौटा नहीं पा रहा था।