IPL 2021 : दीपक चाहर की चमत्कारी गेंदबाजी के कमाल से जीती चेन्नई, दिखा जडेजा का शानदार क्षेत्ररक्षण

बीते दिन शुक्रवार को इंडियन प्रीमियर लीग का 8वां मैच चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और पंजाब किंग्स (PBKS) के बीच खेला गया जिसमें दीपक चाहर की चमत्कारी गेंदबाजी का कमाल और जडेजा का शानदार क्षेत्ररक्षण चेन्नई को एकतरफा जीत दिलाने में कामयाब रहा। डुप्लेसिस और मोइन की सधी हुई पारियां चेन्नई को टूर्नामेंट की पहली जीत दिलाने में कामयाब हुई। आइये डालते हैं रक नजर मैच के उन बिन्दुओं पर जो रोमांचकारी रही।

धोनी ने चेन्नई के लिए 200वां IPL मैच खेला

धोनी ने चेन्नई टीम के लिए IPL में 200वां मैच खेला। बतौर कप्तान टूर्नामेंट में यह उनका 190वां मैच रहा। इसमें उन्होंने 111 मैच जीते, जबकि 79 में हार मिली। बतौर कप्तान धोनी का जीत का सक्सेस रेट 58.73% का रहा है।

पंजाब के खिलाफ CSK की लगातार तीसरी जीत

चेन्नई की टीम पंजाब के खिलाफ यह लगातार तीसरा जीत है। पिछले सीजन के दोनों मैच में CSK ने पंजाब को शिकस्त दी थी। इस सीजन में चेन्नई की दूसरे मैच में यह पहली जीत है। अपने पहले मैच में दिल्ली के खिलाफ हार झेलनी पड़ी थी। वहीं, पंजाब की सीजन में यह पहली हार है। उसने राजस्थान के खिलाफ अपना पहला मैच 4 रन से जीता था।

दीपक चाहर का ओपनिंग स्पैल

राजस्थान और दिल्ली के बीच हुए मुकाबले से यह बात साबित हो गई थी कि वानखेड़े की पिच पर पारी की शुरुआत में स्विंग और सीम गेंदबाज कमाल कर सकते हैं। दिल्ली के खिलाफ मुकाबले से सीख लेते हुए चेन्नई के स्ट्राइक बॉलर दीपक चाहर ने इस बार लाइन-लेंथ सही रखी। इसका उन्हें फायदा मिला और उन्होंने अपने चार ओवर में 13 रन देकर 4 विकेट लिए और पंजाब की चुनौती को ध्वस्त कर दिया।

पंजाब के कप्तान का रन आउट होना

दीपक चाहर ने पंजाब के बल्लेबाजों पर कहर बरपाया ही, साथ ही कप्तान लोकेश राहुल के रन आउट होने से पंजाब की पारी की कमर पूरी तरह टूट गई। राहुल ने इस ग्राउंड पर टी-20 क्रिकेट में 70 से अधिक की औसत से रन बनाए हैं। इतना ही नहीं उन्होंने यहां पिछली 4 टी-20 पारियों में 90 से ऊपर का स्कोर बनाया था, जिसमें एक शतक भी शामिल था। उनके रन आउट होने से पंजाब की रही-सही संघर्ष क्षमता भी समाप्त हो गई।

जडेजा का शानदार क्षेत्ररक्षण

फॉर्म में चल रहे पंजाब के कप्तान लोकेश राहुल (05) शॉर्ट कवर पर खड़े रविंद्र जडेजा के शानदार थ्रो से रन आउट हुए जो एक रन चुराने का प्रयास कर रहे थे। जडेजा ने इसके बाद पांचवें ओवर में डाइव करते हुए बेहतरीन कैच लपका और क्रिस गेल की 10 रन की पारी खत्म कर दी जो चाहर का दूसरा विकेट था। निकोलस पूरन दूसरी बार शून्य पर आउट हुए, वह चाहर की शार्ट गेंद को लांग लेग पर शार्दुल ठाकुर को कैच दे बैठे। दीपक हुड्डा (10) सातवें ओवर में फाफ डु प्लेसिस को आसान कैच देकर आउट हुए और यह चाहर का चौथा विकेट था। अब टीम का स्कोर पांच विकेट पर 26 रन हो गया।

शाहरुख ही चल पाए

पंजाब की ओर से शाहरुख खान ही एकमात्र बल्लेबाज रहे जो क्रीज पर टिक सके जिन्होंने 36 गेंद में 47 रन की पारी खेली जिसमें चार चौके और दो छक्के शामिल थे। लेकिन वह अंतिम ओवर में सैम करेन की गेंद पर आउट हो गए। शाहरुख खान और रिचर्ड्सन (15 रन) ने छठे विकेट के लिए 31 रन जोड़े। मुरुगन अश्विन (06) ने फिर शाहरूख खान के साथ 30 रन जोड़कर पंजाब को इस स्कोर तक पहुंचाने में मदद की।

धोनी की स्मार्ट कप्तानी, चाहर को एक साथ 4 ओवर दिए

आम तौर पर टी-20 क्रिकेट में किसी फास्ट बॉलर को एक ही स्पैल में 4 ओवर डालते हुए कम ही देखा जाता है। लेकिन, धोनी ट्रैडिशनल कप्तान नहीं रहे हैं। उन्होंने अच्छी गेंदबाजी कर रहे दीपक चाहर से चार ओवर का स्पैल करा दिया और वास्तविकता यही है कि इसी स्पैल ने पंजाब को मुकाबले से बाहर कर दिया।

डुप्लेसिस और मोइन की सधी हुई पारियां

पंजाब को 106 रन पर रोकने के बाद चेन्नई के लिए राह काफी आसान मानी जा रही थी। लेकिन, चेन्नई के ओपनर ऋतुराज गायकवाड भी सिर्फ 5 रन बनाकर आउट हो गए। इसके बाद फाफ डुप्लेसिस और मोइन अली ने संभलकर बल्लेबाजी करते हुए दूसरे विकेट के लिए 66 रन जोड़कर चेन्नई के खतरे से बाहर कर दिया। इसके बाद जीत महज औपचारिकता रह गई थी।