अलवर : पकड़ा गया नौकरी व लोन के नाम पर ठगी करने वाला कॉल सेंटर, 6 लोग गिरफ्तार

अलवर कोतवाली पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली हैं जिसने नौकरी व लोन के नाम पर ठगी करने वाले कॉल सेंटर का पर्दाफाश करते हुए दिल्ली से 6 लोगों को गिरफ्तार किया हैं। इसमें से 4 महिलाएं हैं। कॉल सेंटर से ठगी में काम लिए जाने वाले मोबाइल, सिम, कम्प्यूटर, सीपीयू, प्रिंटर व दस्तावेज जब्त किए हैं। ये बदमाश साइबर अपराध में माहिर हैं। अभी तक इनका मुख्य ठग पकड़ में नहीं आया है। जिसको पुलिस तलाश कर रही है। डीएसपी राजेन्द्र कुमार ने बताया कि यह गैंग डाटा एकत्र कर गुजरात, तमिलनाडू, आंध्रप्रदेश सहित अनेक राज्यों के लोगों को उच्च शिक्षा के लिए विदेश में एडमिशन, नौकरी के प्रेपोजल व बैंक से लोन के नाम पर 15 सौ रुपए से लेकर 36 हजार रुपए तक की ठगी करते हैं। अब तक की जांच में इन ठगों के जरिए मोटी रकम ठगी जा चुकी है। फर्जी खातों में ठगी की रकम मंगाते हैं। गिरोह के सरगना और भी बड़े हैं। उन तक पुलिस अभी नहीं पहुंच सकी।

पुलिस ने बताया कि 7 मार्च को अलवर शहर के व्यापारी दिनेश जसोरिया ने रिपोर्ट दर्ज कराई की बजाज फाइनेंस कम्पनी से मुझे 10 लाख रुपए का लोन दिलाने का फोन आया। लोन की प्रक्रिया के लिए मेरे बैंक खाते के चेक व फोटो व फर्म से संबंधित जानकारी मांगी गई। यह सब वॉट्सएप पर भेजने के बाद मुझसे पुणे के बैंक खाते में 27 हजार 500 रुपए लिए गए।

इस रिपोर्ट के दर्ज होने के बाद कोतवाली पुलिस ने जांच शुरू की। दिल्ली व फरीदाबाद में पुलिस टीम पहुंची। सबसे पहले श्यामल साहा पुत्र गोपाल चंद निवासी दक्षिण दिल्ली को गिरफ्तार किया। इसके बाद ऐसे कॉल सेंटर की जानकारी मिली, फिर दूसरी बार 24 मार्च को अलवर से वापस पुलिस टीम दिल्ली पहुंची। वहां सीधे कॉल सेंटर पहुंचे। जहां से चांदनी पुत्री मोहम्मद निवासी मीठपुरा के पास जैतपुर दिल्ली, लक्ष्मी रावत पुत्री करण सिंह निवासी जैतपुर दिल्ली, शिल्पी पुत्री जयराम निवासी बदरपुर दिल्ली, हीना आसमी पत्नी कुशाल निवासी इस्माइलपुर फरीदाबाद, जयप्रकाश पुत्र नाथूराम निवासी बदरपुर दिल्ली व रॉकी भाटी पुत्र लक्ष्मण सिंह निवासी बहादरपुर दिल्ली को गिरफ्तार किया।