पंजाब के 16वें मुख्यमंत्री बने चरणजीत सिंह चन्नी, दो डिप्टी CM रंधावा और सोनी ने भी ली शपथ

कांग्रेस नेता चरणजीत सिंह चन्नी ने सोमवार को पंजाब के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ डिप्टी सीएम के तौर पर सुखजिंदर सिंह रंधावा और ओपी सोनी ने भी शपथ ली। पंजाब में ऐसा पहली बार हुआ है जा दो डिप्टी सीएम बनाए गए हैं। कार्यक्रम में कांग्रेस नेता राहुल गांधी, पंजाब प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और हरीश रावत भी मौजूद थे।

शपथ ग्रहण समारोह 11 बजे होना था लेकिन राहुल गांधी के इंतजार में 22 मिनट की देरी हुई। इसके बाद शपथ ग्रहण शुरु करवा दिया गया। राहुल गांधी उसके बाद राजभवन पहुंचे। अपमानित होकर पंजाब के मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़ने को मजबूर हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह शपथ ग्रहण समारोह में नहीं आए। सूत्रों के मुताबिक नए CM चरणजीत चन्नी दोपहर तक कैप्टन अमरिंदर सिंह से मिलने सिसवां फार्म हाउस जा सकते हैं। इससे पहले वो करीब 12:30 बजे प्रेस कान्फ्रेंस करेंगे।

चरणजीत चन्नी अब पंजाब के इतिहास में पहले दलित मुख्यमंत्री बन गए हैं। वहीं, जट्‌टसिख कम्युनिटी से सुखजिंदर सिंह रंधावा और हिंदू नेता के तौर पर ओपी सोनी को डिप्टी सीएम बनाया गया है। पहले सोनी की जगह ब्रह्ममोहिंदरा का नाम घोषित किया गया था। मोहिंदरा कैप्टन ग्रुप से हैं, इसलिए अंतिम समय में उनका पत्ता कट गया। पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू के समर्थन से चन्नी CM की कुर्सी पाने में कामयाब रहे। यह कुर्सी कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी।

58 साल के चन्नी दलित सिख (रामदसिया सिख) समुदाय से आते हैं और अमरिंदर सरकार में तकनीकी शिक्षा मंत्री थे। वह रूपनगर जिले के चमकौर साहिब विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। चन्नी को हमेशा से ही कैप्टन अमरिंदर सिंह का विरोधी बताया जाता रहा है।

चन्नी का जन्म 1963 में कुराली के पास पंजाब के भजौली गांव में हुआ था। उनका परिवार मलेशिया में बस गया था जहां उनके पिता काम करते थे, लेकिन वे 1955 में भारत लौट आए और पंजाब के एसएएस नगर जिले के खरार शहर में बस गए। तीन बार विधायक रहे चन्नी अपने चार भाइयों के साथ चंडीगढ़ के पास खरड़ में संयुक्त परिवार में रहते हैं।