चंद्रयान से संपर्क टूटा पर ISRO के ऐतिहासिक कदम पर हर भारतीय ने कहा- आप पर देश को गर्व

इसरो (ISRO) के चंद्रयान-2 (Chandrayaan-2) का चांद की सतह पर लैंड करने से कुछ वक्त पहले ही संपर्क टूट गया। ये संपर्क एक बार टूटा तो इंतजार के बाद भी वापस नहीं हो पाया। वैज्ञानिकों के चेहरे उदास हो गए। इसरो ने जानकारी देते हुए कहा कि 2.1 किलोमीटर पहले चंद्रयान-2 का संपर्क टूट गया, जिसके कारण आगे की कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है। इसरो ने रात 2 बजकर 18 मिनट पर कहा कि आंकड़ों का अध्ययन हो रहा है। इसरो का चंद्रयान भले ही कहीं खो गया हो लेकिन भारत को इसरो के वैज्ञानिकों पर गर्व है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैज्ञानिकों की हौसला अफजाई करते हुए कही ये बात


चंद्रयान-2 से संपर्क टूटने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैज्ञानिकों की हौसला अफजाई करते हुए कहा, आपने बहुत अच्छा काम किया है। उन्होंने कहा कि जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। उन्होंने कहा कि यात्रा जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि ये कोई छोटा अचीवमेंट नहीं है, देश आप पर गर्व करता है। उन्होंने कहा कि मेरी तरफ से वैज्ञानिकों को बधाई। आप लोगों ने विज्ञान और मानव जाति की बहुत बड़ी सेवा की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, मैं पूरी तरह आपके साथ हूं हिम्मत के साथ चलें। पीएम मोदी ने कहा आगे भी हमारी यात्रा जारी रहेगी। बता दे, प्रधानमंत्री मोदी खुद इस ऐतिहासिक लम्हे को देखने के लिए इसरो के बेंगलुरु केंद्र में मौजूद थे। उनके साथ 60-70 स्कूली बच्चे भी थे जिन्होंने क्विज प्रतियोगिता के जरिए लैंडिंग का सीधा प्रसारण देखने का मौका हासिल किया।

कांग्रेस ने भी इसरो के वैज्ञानिकों की तारीफ की। कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए कहा गया कि इसरो की टीम के साथ पूरा राष्ट्र खड़ा है। आपकी मेहनत और प्रतिबद्धता ने हमारे राष्ट्र को गौरवान्वित किया है। जय हिन्द।

आपका जुनून और समर्पण हर भारतीय के लिए एक प्रेरणा : राहुल गांधी

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इसरो के वैज्ञानिकों को उनके काम पर बधाई देते हुए ट्वीट किया, चंद्रयान 2 मून मिशन पर आप सभी के अविश्वसनीय काम के लिए इसरो की टीम को बधाई। आपका जुनून और समर्पण हर भारतीय के लिए एक प्रेरणा है। आपका काम व्यर्थ नहीं है। इसने कई और पथ तोड़ने और महत्वाकांक्षी भारतीय अंतरिक्ष मिशनों की नींव रखी है।

इसरो की टीम ने अनुकरणीय प्रतिबद्धता और साहस का प्रदर्शन किया : रामनाथ कोविंद

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को कहा कि चंद्रयान-2 मिशन को लेकर इसरो की टीम ने अनुकरणीय प्रतिबद्धता और साहस का प्रदर्शन किया। राष्ट्रपति ने ट्वीट किया, 'देश को इसरो पर गर्व है। हम सभी बेहतर की उम्मीद करते हैं।' भारत के मून लैंडर विक्रम से उस समय संपर्क टूट गया, जब वह शनिवार तड़के चंद्रमा की सतह की ओर बढ़ रहा था।

गिरते हैं शहसवार ही मैदान-ए-जंग में, वो तिफ्ल क्या गिरे जो घुटनों के बल चले : अनुपम खेर

फिल्म अभिनेता अनुपम खेर ने भी इसरो की वैज्ञानिकों की तारीफ करते हुए लिखा, गिरते हैं शहसवार ही मैदान-ए-जंग में, वो तिफ्ल क्या गिरे जो घुटनों के बल चले!!! इसी के साथ उन्होंने लिख हम सभी को आप पर गर्व है।

चंद्रयान -2 के साथ इसरो की उपलब्धि ने अब तक हर भारतीय को गौरवान्वित किया : अमित शाह

बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने भी भारतीय वैज्ञानिकों को भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए कहा, चंद्रयान -2 के साथ इसरो की उपलब्धि ने अब तक हर भारतीय को गौरवान्वित किया है। भारत हमारे प्रतिबद्ध और परिश्रमी वैज्ञानिकों के साथ खड़ा है। भविष्य के प्रयासों के लिए मेरी शुभकामनाएं।

आपके कार्य और विशाल प्रयास हमें गौरवान्वित करते हैं : पीयूष गोयल

इसरो को बधाई देते हुए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, हमारे वैज्ञानिकों को हार्दिक बधाई। आपके कार्य और विशाल प्रयास हमें गौरवान्वित करते हैं। भारत आपको सलाम करता है। कुछ ऐसी ही बात केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कही। उन्होंने ट्वीट में लिखा, हम आपके साथ हैं इसरो। आपने अंतरिक्ष में अपनी उपलब्धियों को महसूस कराने के लिए राष्ट्र, इसके युवा दिमाग और सभी को एक साथ लाया है। आपको सफलता मिलेगी।

कोई असफलता नहीं है, केवल हमारे लक्ष्यों की उपलब्धियों के लिए अस्थायी बाधाएं हैं : मनोहर लाल खट्टर

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर अपने संदेश में लिखा, कोई असफलता नहीं है, केवल हमारे लक्ष्यों की उपलब्धियों के लिए अस्थायी बाधाएं हैं। हमें हर एक इसरो वैज्ञानिक पर गर्व है। हम सब आपके साथ हैं और भविष्य के लिए सर्वश्रेष्ठ की उम्मीद करते हैं। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, हमें भारतीय वैज्ञानिकों, उनके परिश्रम, मेधा और विजन पर गर्व है। आप सभी निरंतर हमारे प्रेरणा के स्रोत हैं। पूरा देश आप सभी के साथ खड़ा है।

चंद्रयान-2 पर इसरो का प्रयास पूरे देश के लिए महत्वपूर्ण क्षण था : हर्षवर्धन

केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री हर्षवर्धन ने शनिवार को कहा कि चंद्रयान-2 पर इसरो का प्रयास पूरे देश के लिए महत्वपूर्ण क्षण था। हर्षवर्धन ने ट्वीट किया, 'प्रिय इसरो के वैज्ञानिक भारत को आप पर गर्व है। चंद्रयान-2 के लिए आपने अपना सर्वोत्तम दिया।' उन्होंने कहा कि आपके साहस की कोई तुलना नहीं है। मुझे अटल जी की कविता याद आ रही है- 'हार नहीं मानूंगा, रार नहीं ठानूंगा।' उन्होंने कहा कि हमें पूरा भरोसा है कि भविष्य में हमारे वैज्ञानिक इस मिशन को पूरा करेंगे।

चंद्रयान-2 मून मिशन में इसरो के वैज्ञानिकों ने बेहतरीन कार्य किया : अरविंद केजरीवाल

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को कहा कि विक्रम लैंडर से संपर्क टूट जाने के बाद भी चंद्रयान-2 मून मिशन में इसरो के वैज्ञानिकों ने बेहतरीन कार्य किया। केजरीवाल ने कहा, 'हमें अपने वैज्ञानिकों पर गर्व है। उन्होंने इतिहास रचा है। निराश होने की जरूरत नहीं है। हमारे वैज्ञानिकों ने उम्दा काम किया है। जय हिंद।'

आइए जानते है कि आखिर 15 मिनट में क्या हुआ और कैसे इसरो का संपर्क लैंडर विक्रम से टूट गया।

शनिवार तड़के लगभग 1:38 बजे जब 30 किलोमीटर की ऊंचाई से 1,680 मीटर प्रति सेकेंड की रफ्तार से 1,471 किलोग्राम के विक्रम चंद्रमा ने सतह की ओर बढ़ना शुरू किया, तब सबकुछ ठीक था। करीब 1: 44 मिनट पर लैंडर विक्रम ने 'रफ ब्रेकिंग के चरण को पार कर लिया था। इसके बाद वैज्ञानिकों ने इसकी रफ्तार धीमी करनी शुरू की। 1:49 पर विक्रम लैंडर ने सफलता पूर्व अपनी गति कम कर ली थी और वह चांद की सतह के बेहद करीब पहुंच चुका है। रात करीब 1:52 मिनट पर चांद पर उतरने के अंतिम चरण में चंद्रयान-2 पहुंच चुका था लेकिन उसके बाद चंद्रयान का संपर्क धरती पर मौजूद स्टेशन से टूट गया।

लैंडर विक्रम जब चांद की सतह से महज 2.1 किलोमीटर दूर रह गया था तो हर किसी को उम्मीद हो गई थी कि चंद्रयान अपने मिशन को पूरा कर लेगा। इसी दौरान अचानक इसरो के कंट्रोल रूम में सन्नाटा पसर गया और वैज्ञानिकों के चेहरे लटक गए। किसी को भी कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर हुआ क्या। बताया जाता है कि इसरो के कंट्रोल रूम में लगी स्क्रीन पर आ रहे आंकड़े अचानक थम गए। इसके बाद इसरो चीफ सिवन वहां बैठे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ बढ़े। इसरो चीफ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घटना की जानकारी दी और बाहर निकल गए। कुछ ही देर में इसरो ने कंट्रोल रूप से अपनी लाइव स्ट्रीमिंग भी बंद कर दी।