हैदराबाद। YS जगन मोहन रेड्डी की सरकार के खिलाफ चंद्रबाबू नायडू 2 अक्टूबर को जेल में अनशन करेंगे। इसी तरह का विरोध प्रदर्शन सारे आंध्र प्रदेश में किया जाएगा। सूबे में बाकी नेता विरोध की कमान संभालेंगे। नायडू इस समय आंध्र प्रदेश की राजा महेंद्रवरम जेल में बंद हैं। स्किल डेवलपमेंट स्कैम में ईडी के शिकंजे के फंसने के बाद से वो जेल में बंद हैं। इस मामले में दर्ज FIR को रद्द करने की अपील फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में लंबित है।
सीआईडी ने कौशल विकास घोटाले मामले में नायडू को गिरफ्तार किया था। तेदेपा के कार्यकर्ताओं ने 30 सितंबर शनिवार को पूरे आंध्र प्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए शोरगुल करते हुए अनोखा विरोध प्रदर्शन किया था। तेदेपा के आह्वान पर कार्यकर्ताओं ने नायडू की गिरफ्तारी की निंदा करने के लिए पांच मिनट के कार्यक्रम में हिस्सा लिया। शनिवार को तेदेपा वर्कर्स ने किया था शोरगुल कर प्रदर्शन
पार्टी कार्यकर्ता शाम 7 बजे सड़कों पर निकले। उन्होंने घंटियों, बर्तन, सीटियां के साथ अपने वाहनों के हॉर्न बजाकर शोरगुल करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। नायडू के बेटे और तेदेपा महासचिव नारा लोकेश तेदेपा सांसदों के साथ दिल्ली में हुए कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान नायडू परिवार ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ जेल के सामने जाकर ढोल बजाए।
विरोध कार्यक्रम में तेलंगाना, कर्नाटक और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में तेदेपा समर्थकों ने भी हिस्सा लिया। ध्यान रहे कि पार्टी ने लोगों से 30 सितंबर को शाम 7 बजे से 7.05 बजे तक शोर मचाते हुए विरोध प्रदर्शन की अपील की थी। नायडू के समर्थकों का कहना है कि YSR सरकार ने राजनीतिक दुश्मनी निकालने के लिए उनके नेता को जेल में डाला है। जिस घोटाले की बात की जा रही है वो अरसा पहले की घटना है। सरकार को कुछ गलत लगता था तो अभी तक चुप क्यों थी। 2024 चुनाव के साथ आंध्र प्रदेश में भी चुनावी आहट शुरू हो गई है। लिहाजा नायडू को जेल में डाला गया।