अमरावती। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने गुरुवार को पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी की तुलना कोलंबियाई ड्रग माफिया पाब्लो एस्कोबार से की।
आंध्र प्रदेश विधानसभा में श्वेत पत्र जारी करते हुए नायडू ने कहा, मैं देश का सबसे वरिष्ठ राजनेता हूं और मैंने कभी भी ऐसी स्थिति नहीं देखी जैसी आंध्र में थी, जब जगन सत्ता में थे। केवल एक ही व्यक्ति था जो आंध्र में जो हुआ उसकी तुलना कर सकता है, वह है ड्रग माफिया पाब्लो एस्कोबार।
तेलुगू देशम पार्टी प्रमुख ने कहा, आपने देखा होगा कि पिछली सरकार के दौरान जगन के समय आंध्र प्रदेश में किस तरह की कानून व्यवस्था की स्थिति थी।
उन्होंने यह भी कहा कि जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व में आंध्र प्रदेश देश में गांजा राजधानी बन गया है। नायडू ने कहा, आंध्र प्रदेश के हर गांव में अब गांजा आसानी से उपलब्ध है। क्या पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने कार्यकाल के दौरान एक बार भी इस मुद्दे पर बात की है?
उन्होंने कहा, मैं युवाओं से अपील करता हूं कि वे अपने परिवारों को बर्बाद न करें। हम इस मुद्दे को नियंत्रित करने और इसे जड़ से खत्म करने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं। यह जल्द ही होगा।
नायडू ने कहा कि वाईएसआरसीपी के नेता सत्ता में रहने के दौरान लोगों को आतंकित करते थे। नायडू ने 2022 में वाईएसआरसीपी एमएलसी अनंत सत्य उदय भास्कर के ड्राइवर की हत्या को भी पूर्व वाईएसआरसीपी सरकार के दौरान कानून और व्यवस्था की स्थिति का एक उदाहरण बताया। उन्होंने कहा कि ड्राइवर की हत्या कर दी गई और शव को उसके घर पहुंचा दिया गया।
गौरतलब है कि अनंत भास्कर को मई 2023 में अपने पूर्व ड्राइवर की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने कहा था कि अनंत भास्कर ने भास्कर की हत्या की थी, लेकिन बाद में उसे कार से बाहर धकेल दिया ताकि ऐसा लगे कि उसकी मौत दुर्घटना के कारण हुई है।
अनंता शव देने के लिए भास्कर के घर भी गए थे और ड्राइवर के परिवार को बताया था कि उसकी मौत दुर्घटना के कारण हुई है। नायडू ने आगे कहा कि वाईएसआरसीपी ने राज्य में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के 300 से अधिक लोगों के खिलाफ अत्याचार किया है।
उन्होंने कहा, उनके कार्यकाल के दौरान हत्याओं और उत्पीड़न के कई मामले सामने आए।
उन्होंने जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती सरकार पर टीडीपी नेताओं के खिलाफ कई मामले दर्ज करके उन्हें निशाना बनाने का भी आरोप लगाया, जिसमें उनके खिलाफ 17 मामले शामिल हैं।
नायडू ने यह भी कहा कि वाईएसआरसीपी सरकार ने मीडिया का भी दमन किया। उन्होंने कहा, उन पर मामले दर्ज किए गए और रिपोर्ट की गई और मीडियाकर्मियों को पुलिस थानों में घसीटा गया। उन्होंने कहा कि उस दौरान कई पत्रकारों को परेशान किया गया।