जानलेवा गर्मी का कहर, दिल्ली-NCR के अस्पतालों को केंद्र का आदेश

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में पारा लगातार चढ़ता जा रहा है, ऐसे में दिल्ली-एनसीआर के अस्पतालों में हीट स्ट्रोक और हीट थकावट की शिकायत वाले मरीजों की बाढ़ सी आ गई है। केंद्र ने शहर के अस्पतालों से हीट स्ट्रोक के मरीजों को प्राथमिकता के आधार पर भर्ती करने को कहा है। बुधवार को सरकारी एलएनजेपी अस्पताल ने बताया कि पिछले एक हफ्ते में हीट स्ट्रोक के कारण दो लोगों की मौत हो गई है।

एलएनजेपी अस्पताल के चिकित्सा निदेशक सुरेश कुमार ने कहा, फिलहाल एलएनजेपी अस्पताल में नौ मरीज भर्ती हैं। नौ मरीजों में से चार मरीज गंभीर हालत और हीटस्ट्रोक के कारण कई अंगों के काम करना बंद कर देने के कारण वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं। 16 जून को हीटस्ट्रोक के कारण एक मरीज की मौत हो गई थी। हीटस्ट्रोक के मरीजों का समय पर इलाज बहुत जरूरी है, नहीं तो इससे कई अंगों के काम करना बंद करने की नौबत भी आ सकती है।

जहां पूरा उत्तर और उत्तर-पश्चिम भारत भीषण गर्मी की चपेट में है, वहीं दिल्ली में पानी की किल्लत बढ़ती जा रही है। दिल्ली की जल मंत्री आतिशी ने धमकी दी है कि अगर कुछ दिनों में पानी की समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वह 21 जून से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगी।

नोएडा में मंगलवार को 24 घंटे के दौरान नौ लोगों की मौत दर्ज की गई। स्थानीय लोगों ने लू लगने की आशंका जाहिर की है। हालांकि प्रशासन की ओर से लू से मौतों के बारे में पुष्टि नहीं की गई है। मृतकों की डेडबॉडी पोस्टमार्टम के लिए भेजी गई हैं। जिला अस्पताल के आईसीयू इंचार्ज ने कहा कि बीते 24 घंटे के दौरान नौ डेड बॉडी अस्पताल पहुंची। जिला अस्पताल के चिकित्सकों ने बताया कि आईसीयू में 20 बेड हैं, जिनमें 17 भरे हुए हैं। इनमें चार डिहाईड्रेशन से पीड़ित हैं। कोई भी हीट स्ट्रोक से पीड़ित नहीं है।