4 घंटे में टूटा सीजफायर, पाक सेना ने शहबाज की बात ठुकराई; तख्तापलट की आशंका गहराई

पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव को देखते हुए अमेरिका की मध्यस्थता में संघर्ष विराम की घोषणा की गई थी। लेकिन इस घोषणा के महज चार घंटे बाद ही पाकिस्तानी सेना ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की बात मानने से इनकार कर दिया और भारतीय क्षेत्रों में ड्रोन दागने की कोशिश की, जिसे भारतीय सेना ने विफल कर दिया।

शहबाज सरकार ने अमेरिका की मध्यस्थता से हुए सीजफायर का समर्थन किया था। लेकिन अब पाकिस्तान सेना की इस बगावती रवैए से देश में राजनीतिक संकट गहराता नजर आ रहा है और तख्तापलट की आशंका भी जताई जा रही है।

भारत-पाकिस्तान सीमा पर फिर से तनाव

सीजफायर के उल्लंघन के बाद पाकिस्तान की ओर से राजस्थान के बाड़मेर, पंजाब के फिरोजपुर, गुरदासपुर और पठानकोट, साथ ही श्रीनगर में भी ड्रोन भेजे गए, जिन्हें भारतीय सुरक्षा बलों ने समय रहते मार गिराया। इस बीच पंजाब के फिरोजपुर में ब्लैकआउट घोषित कर दिया गया, खतरे के सायरन गूंजने लगे और प्रशासन ने दुकानों को बंद करने और वाहनों की हेडलाइट बुझाने की अपील की। हालांकि, अब तक किसी धमाके की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन एयर अटैक सायरन सक्रिय हो गए हैं।

सीजफायर का उल्लंघन - पाकिस्तान की साजिश?

सीजफायर की घोषणा के कुछ ही घंटे बाद, पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा (LOC) और अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर तोप से गोलाबारी कर संघर्ष विराम का उल्लंघन किया। बीएसएफ को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी प्रकार के उल्लंघन का पूरी ताकत से जवाब दिया जाए। भारत द्वारा युद्धविराम की घोषणा के तुरंत बाद पाकिस्तान ने भी इसका समर्थन किया, लेकिन वास्तविकता इससे उलट साबित हुई। श्रीनगर में कई विस्फोटों की आवाजें सुनी गईं और क्षेत्र में ब्लैकआउट लागू कर दिया गया। राजस्थान के पोखरण और कश्मीर के बारामूला में एक-एक ड्रोन को मार गिराया गया।

ओमर अब्दुल्ला का तीखा सवाल

पाकिस्तानी सेना ने अखनूर, राजौरी और आरएस पुरा सेक्टर में तोप से हमला किया। जम्मू के पलांवाला सेक्टर से भी LOC पर संघर्ष विराम तोड़े जाने की खबरें आईं। बारामूला में एक ड्रोन को मार गिराया गया और संदिग्ध UAV देखे गए। बारामूला और श्रीनगर में ब्लैकआउट लागू कर दिया गया। राजौरी में भी ड्रोन देखे गए और सांबा जिले से हवाई हमले के सायरन बजने की सूचना मिली। माता वैष्णो देवी तीर्थ यात्रा के आधार शिविर कटरा में भी ब्लैकआउट लागू कर दिया गया। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया, “संघर्ष विराम को आखिर क्या हो गया? श्रीनगर में विस्फोटों की आवाजें सुनी गईं!” उन्होंने एक ड्रोन हमले का वीडियो साझा करते हुए लिखा, “यह कोई संघर्ष विराम नहीं है। श्रीनगर के मध्य में वायु रक्षा इकाइयों ने अभी-अभी गोलीबारी शुरू की है।”