CBSE Board 12th Result 2021: 30:30:40 के फोर्मुले पर तैयार होगा 12वीं का रिजल्ट, 13 सदस्यीय कमेटी ने सुप्रीम कोर्ट को सौपी रिपोर्ट

CBSE बोर्ड की 12वीं कक्षा का रिजल्ट तैयार करने को लेकर बनी 13 सदस्यीय कमेटी ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में अपनी रिपोर्ट सौंपी है। बोर्ड द्वारा तैयार फॉर्मूले के मुताबिक, 10वीं, 11वीं के फाइनल रिजल्ट और 12वीं के प्री-बोर्ड के रिजल्ट को फाइनल रिजल्ट का आधार बनाया जाएगा। CBSE का 13 सदस्यीय पैनल 10वीं, 11वीं और 12वीं के नंबर 30:30:40 के अनुपात में जोड़कर रिजल्ट तैयार करने के तरीके पर राजी हुई है। अगर सब कुछ सही रहा, तो 31 जुलाई तक रिजल्ट जारी कर दिए जाएंगे।

12वीं की मार्केशीट तैयार करने की डिटेल देते हुए CBSE ने कहा कि 10वीं के 5 विषय में से 3 विषय के सबसे अच्छे मार्क को लिया जाएगा। इसी तरह 11वीं के पांचों विषय का एवरेज लिया जाएगा और 12वीं के प्री-बोर्ड एग्जाम या प्रैक्टिकल का नंबर लिया जाएगा। 10वीं और 11वीं के नंबर का 30% और 12वीं के नंबर के 40% के आधार पर नतीजे आएंगे।

30:30:40 फॉर्मूला पर पैनल ने दिए 3 तर्क

पैनल के सदस्य ने कहा कि हमने केंद्र की तरफ से संचालित नवोदय विद्यालयों, CBSE, इससे जुड़े स्कूलों और अन्य स्कूलों से चर्चा की है।

इसमें सामने आया कि इस बार जो 12वीं का बैच है, वो पूरी तरह ऑनलाइन चला है। ऐसे में बहुत अनिश्चितता है। क्लासेज सामान्य स्थितियों में नहीं चली हैं और असेसमेंट भी पूरी तरह नहीं हो पाया है।

ऐसे में पैनल का केवल 12वीं के असेसमेंट के आधार पर रिजल्ट तैयार करना उचित नहीं। हमें सामान्य स्थितियों में छात्रों द्वारा दी गई परफॉर्मेंस को आंकना होगा। ऐसे में 10वीं की परफॉर्मेंस बहुत अहम हो जाती है। ये सबसे विश्वसनीय डेटा है, जो CBSE ने अपने एग्जामिनेशन सेंटर्स पर लिया है और इसका मूल्यांकन बाहर किया गया है। इसी तरह 11वीं के एग्जाम भी लॉकडाउन के पहले ही हो गए थे। ये सभी परीक्षाएं अलग-अलग स्थितियों में हुई हैं।

कमेटी 12वीं को ज्यादा तरजीह देने के बारे में सोच रही है। पर अगर ओवरऑल बात की जाए, तो 10वीं-11वीं को 30-30% और 12वीं को 40% वेटेज दिए जाने पर सहमति बन सकती है। हालांकि कुछ सदस्य 10वीं और 11वीं को ज्यादा वेटेज देने की बात भी कर रहे हैं। कुछ स्कूल भी इसी पक्ष में हैं। अभी इस पर कुछ भी फाइनल नहीं है।

PM मोदी ने 1 जून को की थी परीक्षा रद्द

बता दे, कोरोना महामारी के बीच केंद्र सरकार ने 1 जून को देशभर में 12वीं बोर्ड के एग्जाम कैंसिल कर दिए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परीक्षा रद्द करने की घोषणा के साथ कहा था कि 12वीं का रिजल्ट तय समय सीमा के भीतर और तार्किक आधार पर तैयार किया जाएगा। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि आखिर स्टूडेंट्स का असेसमेंट किस आधार पर होगा।