केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 11,400 करोड़ रुपये के घोटाले को लेकर मंगलवार को भी पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के महाप्रबंधक स्तर के अधिकारियों सहित 10 अधिकारियों से पूछताछ की। इनके अलावा नीरव मोदी की कंपनियों के चार कर्मचारियों से भी पूछताछ की गई। सीबीआई अधिकारियों के मुताबिक, नीरव मोदी के दो मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) रवि गुप्ता और विपुल अंबानी सहित विदेश वित्त प्रभाग के अध्यक्ष सौरभ शर्मा और वित्त कार्यकारी अधिकारी सुभाष परब से भी मंगलवार को पूछताछ की गई। उनसे सोमवार को भी आठ से भी अधिक घंटे तक पूछताछ की गई थी।
मंगलवार को सीबीआई की विशेष अदालत में बैंक की मुंबई स्थित ब्रैडी हाउस शाखा के तीन अधिकारियों को पेश करेगी। इन्हें सोमवार को गिरफ्तार किया गया था। बैंक की दूसरी सबसे बड़ी शाखा के मुख्य प्रबंधक बेचू बी.तिवारी और उनके दो सहयोगियों फोरेक्स विभाग के श्रेणी 2 के प्रबंधक यशवंत जोशी और निर्यात विभाग के श्रेणी 1 के अधिकारी प्रफुल्ल सावंत को भी सोमवार को गिरफ्तार किया गया था।
सीबीआई ने रविवार और सोमवार को इस शाखा में छापेमारी की थी और इसके बाद सोमवार को शाखा सील कर दी गई थी। इससे पहले यहां से सीबीआई ने नीरव मोदी और उनके सहयोगी मेहुल चोकसी से जुड़े डिजिटल डेटा और बहीखातों सहित बैंक के कई दस्तावेज जब्त किए थे। सीबीआई ने नवी मुंबई, अंधेरी और डोंबिवली स्थित उनके आवासों पर भी सोमवार को छापेमारी की थी और कई अहम दस्तावेज बरामद किए थे।
सीनाजोरी पर उतरा निरव मोदीपंजाब नेशनल बैंक घोटाले के बाद एक तरफ छापेमारी जोरों पर है वही आरोपी नीरव मोदी अब सीनाजोरी पर उतर आया है। दरहसल, नीरव मोदी ने 15-16 फरवरी को पंजाब नेशनल बैंक प्रबंधन को एक पत्र लिखा है जिसमें उसने कहा कि बैंक ने उनके ऊपर बकाया रकम बढ़ाकर बताई है, बकाया रकम 5 हजार करोड़ से कम है जिसे बैंक ने 11 हजार करोड़ बताया है। उन्होंने पत्र में यह भी लिखा है कि इस मामले को सार्वजनिक कर पीएनबी ने बकाया वसूली को चुकाने की उसकी क्षमताओं के सारे रास्ते बंद कर दिए हैं।