नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को वित्त वर्ष 2024-25 के लिए अपना लगातार सातवां बजट पेश किया। वित्त मंत्री ने बिहार के लिए नए हवाई अड्डों, राजमार्गों और शैक्षणिक संस्थानों सहित कई बड़ी घोषणाएँ कीं।
अमृतसर-कोलकाता औद्योगिक गलियारे पर हम बिहार के गया में एक औद्योगिक विकास का समर्थन करेंगे। यह पूर्वी क्षेत्र के विकास को गति देगा। हम सड़क संपर्क परियोजनाओं के विकास का भी समर्थन करेंगे- पटना-पूर्णिया एक्सप्रेसवे, बक्सर-भागलपुर राजमार्ग, बोधगया-राजगीर-वैशाली-दरभंगा और बक्सर में गंगा नदी पर 26,000 करोड़ रुपये की लागत से एक अतिरिक्त दो लेन का पुल।
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए वित्त मंत्री ने कहा कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तरह गया में विष्णुपथ मंदिर और बोधगया में महाबोधि मंदिर का निर्माण किया जाएगा। राजगीर में गर्म झरनों को संरक्षित किया जाएगा और नालंदा के विकास को प्राथमिकता दी जाएगी।
उन्होंने कहा, बहुपक्षीय विकास बैंकों से बाह्य सहायता के लिए बिहार सरकार के अनुरोधों पर तेजी से काम किया जाएगा। वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि बिहार के पीरपैंती में 2400 मेगावाट का नया बिजली संयंत्र स्थापित करने सहित 21,400 करोड़ रुपये की लागत से बिजली परियोजनाएं शुरू की जाएंगी।
बिहार में नौकरी को लेकर विधानसभा चुनाव में जमकर वादे किए गए थे। इसको लेकर केंद्र ने भी योजनाओं का पिटारा खोला है। ऐसे तो ये योजना पूरे देश के लिए है, लेकिन बिहार के लोगों के लिए ये काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। इसी कड़ी में वित्त मंत्री ने पीएम पैकेज के तहत रोजगार से जुड़ी स्किल स्कीम की घोषणा की।
ये योजनाएं ईपीएफओ में नामांकन पर आधारित होंगी, जिसमें पहली बार काम करने वालों को पहचानने पर ध्यान दिया जाएगा। पहली बार काम करने वालों को सभी औपचारिक क्षेत्रों में कार्यबल में प्रवेश करने पर एक
महीने का वेतन मिलेगा। एक महीने के वेतनडीबीटी के जरिये तीन किस्तों में 15,000 रुपये तक प्रदान किया जाएगा। इस लाभ के लिए पात्रता सीमा 1 लाख रुपये प्रति माह वेतन होगी, और इससे 2.1 लाख युवाओं को लाभ होने की उम्मीद है।