
बीएसएफ (सीमा सुरक्षा बल) के जवान पूर्णम कुमार शॉ की भारत वापसी हो चुकी है। उन्हें 23 अप्रैल 2025 को पाकिस्तानी रेंजर्स द्वारा हिरासत में ले लिया गया था। जवान की सुरक्षित वापसी पर उनके पिता भोला नाथ शॉ ने गहरी संतोष और कृतज्ञता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों की कोशिशों की बदौलत ही उनके बेटे की रिहाई संभव हो पाई है।
न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बातचीत में भोला नाथ शॉ ने कहा, मैं केंद्र सरकार और राज्य सरकार का धन्यवाद करता हूं जिन्होंने मेरे बेटे को पाकिस्तान से रिहा कराकर वापस भारत लाने में मदद की। अब जब वह वापस लौट आया है, तो मेरी इच्छा है कि वह दोबारा देश की सेवा करे। मैं 'ऑपरेशन सिंदूर' के लिए मोदी जी का भी आभार व्यक्त करता हूं।
डीजीएमओ स्तर की बातचीत के बाद मिली रिहाईबताया गया है कि पूर्णम कुमार शॉ 23 अप्रैल को गलती से पाकिस्तान की सीमा में प्रवेश कर गए थे, जिसके बाद से वे पाकिस्तानी रेंजर्स की हिरासत में थे। भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ (डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस) स्तर की वार्ता के बाद पाकिस्तान ने उन्हें रिहा करने पर सहमति जताई।
वर्तमान में बीएसएफ अधिकारियों ने उन्हें मेडिकल जांच के लिए अस्पताल ले जाया है। जांच पूरी होने के बाद उन्हें उनके घर भेजा जाएगा।
आतंकी हमले के अगले दिन हुई गिरफ्तारी, तनाव बढ़ापूर्णम कुमार शॉ को पाकिस्तान की सीमा में उस दिन गिरफ्तार किया गया था जो पहलगाम में हुए आतंकी हमले के अगले दिन था। इस घटना के तुरंत बाद पाकिस्तान की ओर से भारतीय जवान को पकड़ने की कार्रवाई ने दोनों देशों के बीच तनाव को और बढ़ा दिया था।
जैसे ही शॉ की गिरफ्तारी की खबर सामने आई, उनकी गर्भवती पत्नी रजनी शॉ तुरंत वाघा-अटारी बॉर्डर पहुंचीं और वहीं डटी रहीं, जब तक कि उन्हें अपने पति की वापसी का भरोसा नहीं मिला।
कैसे पहुंचे पाकिस्तान की सीमा में? जानिए पूरी घटनाघटना के दिन, यानी 23 अप्रैल को, बीएसएफ जवान पूर्णम कुमार शॉ फिरोजपुर जिले के ममदोट कस्बे के पास खेतों में किसानों की निगरानी कर रहे थे। उस समय स्थानीय किसान फसल कटाई के लिए गेट नंबर 208/1 से फेंसिंग पार कर खेतों में काम कर रहे थे। उनके साथ बीएसएफ के दो जवान निगरानी पर तैनात थे।
गर्मी ज्यादा होने की वजह से पूर्णम कुमार शॉ पास ही एक पेड़ की छांव में बैठ गए, लेकिन वह स्थान सीमा की जीरो लाइन पार कर पाकिस्तानी क्षेत्र में आता था। वहां मौजूद एक पाकिस्तानी किसान ने तुरंत यह जानकारी पाक रेंजर्स को दे दी। कुछ ही देर में पाकिस्तानी रेंजर्स मौके पर पहुंचे, शॉ को हिरासत में लिया और उनकी राइफल भी जब्त कर ली।