उत्तरप्रदेश के गोरखपुर में बीते दिनों शराब की दुकान पर काम करने वाले मुनीम के लापता होने का मामला आया था जिसमें पुलिस ने पर्दाफाश करते हुए बताया कि खुद मुनीम ने ही अपने दोस्तों के साथ मिलकर इसकी साजिश रची थी। उसने कर्ज में डूबे होने के कारण ऐसा किया। सर्विलांस में मुनीम की लोकेशन महराजगंज में मिलने के बाद पुलिस पहुंची तो मुनीम वहां ताला बंद कर नेपाल चला गया। सीओ कोतवाली वीपी सिंह ने बताया कि मुनीम अपने घरवालों के संपर्क में हैं। अपनी मर्जी से घर छोड़कर गए हैं।
कोतवाली के आर्यनगर दक्षिणी निवासी सुमित जायसवाल दिलेजाकपुर में स्थित बीयर की दुकान पर मुनीम हैं। 17 फरवरी की सुबह 11 बजे से रहस्यमय परिस्थितियों में सुमित लापता हो गए। मोबाइल नंबर बंद होने पर परिवार के लोगों ने अनहोनी की आशंका जताते हुए कोतवाली पुलिस को सूचना दी। गुमशुदगी दर्ज कर पुलिस ने सर्विलांस की मदद से खोजबीन शुरू की तो पता चला कि आखिरी बार फोन पर सुमित की बात अपने दोस्तों व एक युवती से हुई थी। पुलिस ने उनसे पूछताछ की तो पता चला कि वह कर्ज में डूबे होने की वजह से घर छोड़कर चले गए हैं और महराजगंज जिले में रहने वाले दोस्त के घर पर हैं। ढूंढते हुए कोतवाली पुलिस महराजगंज पहुंचे इससे पहले वह कमरा छोड़कर चले गए। घरवालों के पास फोन कर सुमित ने बताया कि वह नेपाल में सुरक्षित हैं।