रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के नेता और केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने मुंबई में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि वह हवा का रुख देखकर तय करेंगे कि आने वाले समय में बीजेपी और कांग्रेस में से उन्हें किसमें जाना है। हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि जब तक सरकार रहेगी, वह एनडीए में बने रहेंगे। आपको बता दें कि रामदास आठवले का बयान ऐसे समय पर आया है जब बीजेपी और कांग्रेस चुनाव से पहले समान विचारधारा वाले दलों को अपने साथ जोड़ने पर जोर दे रही हैं।
जब तक सरकार है तब तक मैं यहां रहूंगाउन्होंने कहा, 'नसीम खान (कांग्रेस) बोल रहे हैं कि तुम हमारे साथ आ जाओ। मैं 10-15 वर्ष कांग्रेस पार्टी के साथ रहा। इधर भी मुझे 15-20 साल रहना होगा। जब तक सरकार है तब तक मैं यहां रहूंगा। जब मैं अंदाजा लगा लूंगा कि हवा किस दिशा में है, तब निर्णय लूंगा।'
माना जा रहा है कि आठवले ने भी ताजा बयान इसी संदर्भ में दिया है। वह अभी भांपने की कोशिश कर रहे हैं कि किसका पलड़ा भारी है। आठवले इससे पहले भी कई ऐसे बयान दे चुके हैं जो बीजेपी की विचारधार से मेल नहीं खाता है। कुछ दिनों पहले आठवले ने दावा किया था कि अयोध्या में विवादित भूमि असल में एक बौद्ध धर्मस्थल है।
उन्होंने हिंदू और मुसलमानों से अयोध्या की विवादित भूमि के लिए लड़ाई न करने और सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार करने की अपील की थी। अाठवले ने कहा, 'मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद कई मुसलमानों को गोरक्षा के नाम पर अत्याचार का सामना करना पड़ा, लेकिन मुस्लिमों को भी गो रक्षा का प्रयास करना चाहिए क्योंकि यह हिंदुओं के लिए आस्था का प्रतीक है।'
यही नहीं, आठवले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को किसी दलित लड़की से शादी करने की सलाह दे चुके हैं। उन्होंने कहा था कि दलित समुदाय के साथ केवल खाना खा लेने से जातिवाद खत्म नहीं होगा।