बीजेपी सांसद वीरेंद्र कुमार को बनाया गया लोकसभा का प्रोटेम स्पीकर, नए सदस्यों को दिलाएंगे शपथ

17वीं लोकसभा का पहला सत्र 17 जून से 26 जुलाई के बीच होगा। पहले सत्र के एजेंडे में सबसे पहले सदस्यों द्वारा शपथ ग्रहण की प्रक्रिया शामिल होगी। प्रोटेम स्पीकर ही नए सदस्यों को शपथ दिलाते हैं। मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ से सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र कुमार को 17 वीं लोकसभा में प्रोटेम स्पीकर बनाया गया है, जो संसद चुन कर आए सदस्यों को शपथ दिलाएंगे। प्रोटेम स्पीकर को लेकर परंपरा के तहत संसद में वरिष्ठता को तवज्जो दी जाती है। वीरेंद्र कुमार मध्य प्रदेश के सागर लोकसभा क्षेत्र से 11वीं, 12वीं, 13वीं और 14वीं लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज की।

दरहसल, वीरेंद्र कुमार से पहले संतोष कुमार गंगवार और मेनका गांधी का नाम सामने आ रहा था जो लोकसभा के लिए आठ बार चुने गए हैं। हालांकि गंगवार को 30 मई को मंत्री बनाया जा चुका है तो फिर वे प्रोटेम स्पीकर के पद के लिए योग्य नहीं होंगे। मेनका गांधी को मंत्री नहीं बनाया गया है।

गंगवार और मेनका गांधी के बाद बाद वरिष्ठता के आधार पर बीजेपी के वीरेंद्र कुमार, समाजवादी पार्टी के मुलायम सिंह यादव आते हैं, दोनों सातवीं बार लोकसभा के लिए चुने गए हैं। इस लिहाज से वीरेंद्र सिंह को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त कर दिया गया है। 11 जून को, राष्ट्रपति संभवत: अपना भाषण देंगे और सत्र के बाकी बचे दिनों में राष्ट्रपति के संबोधन पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान बहस होने की संभावना है जिसका प्रधाानमंत्री जवाब देंगे।

बता दे, संसद का यह सत्र 40 दिनों तक चलेगा और और इसमें 30 बैठकें होंगी। संसद सत्र के पहले दो दिनों के दौरान नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाई जाएगी। लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव 19 जून को होगा। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 20 जून को लोकसभा और राज्यसभा के संयुक्त अधिवेशन को संबोधित करेंगे जिसके बाद उनके संबोधन पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा होगी।

आर्थिक सर्वेक्षण संसद में चार जुलाई को पेश किया जाएगा। आर्थिक सर्वेक्षण में देश की अर्थव्यवस्था की तस्वीर पेश की जाती है। मोदी सरकार ने अपने पूर्व कार्यकाल में एक फरवरी को अंतरिम बजट पेश किया था क्योंकि आगे लोकसभा चुनाव आने वाला था। आर्थिक सर्वेक्षण संसद में पेश करने के एक दिन बाद वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण संसद में बजट पेश करेंगी। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बाद वह पहली महिला वित्तमंत्री होंगी जो संसद में बजट पेश करेंगी।