नई दिल्ली। टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा इस समय कैश देकर सवाल पूछने वाले मामले में बुरा फंस गई हैं। अभी तक उन पर लगाया तो सिर्फ आरोप गया है, लेकिन बीजेपी ने इसे बड़ा मुद्दा बना लिया है। इस मामले के तार क्योंकि सीधे गौतम अडानी की कंपनी से जुड़े हुए हैं, ऐसे में उसकी तरफ से भी एक औपचारिक बयान जारी कर दिया गया है। उस बयान में उन तमाम आरोपों को एक बार फिर दोहराया गया है जिनके दम पर लगातार मोइत्रा के खिलाफ जांच की बात की जा रही है।
अडानी की कंपनी ने क्या कहा?
इस पूरे मामले पर अडानी के प्रवक्ता ने कहा कि 15 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत ने सीबीआई को एक शिकायत दी थी। उस शिकायत में उस साजिश का खुलासा किया गया था जिसमें सांसद महुआ मोइत्रा के साथ दर्शन हीरानंदानी भी शामिल रहे। अब बयान में बड़ी बात ये है कि कंपनी का साफ कहना है कि उनकी तरफ से तो 9 अक्टूबर को ही तर्क दिया गया था कि गौतम अडानी की छवि को खराब करने के लिए कई लोग दिन-रात काम कर रहे हैं।
2018 से जारी साजिश?
शिकायतकर्ता की शिकायत का ही हवाला देते हुए ये भी बताया गया है कि साल 2018 से ही गौतम अडानी की छवि को खराब करने की कोशिश जारी है। वैसे इन आरोपों पर दर्शन हीरानंदानी के प्रवक्ता ने भी सफाई पेश की है। उनकी तरफ से आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि हम कारोबार करते हैं, राजनीति नहीं। उनकी ओर से कहा गया कि हम देश की भलाई के लिए सरकार के साथ मिलकर काम करते रहे हैं, करते रहेंगे।
कौन है दर्शन हीरानंदानी?
दर्शन हीरानंदानी की बात करें तो वे देश की सबसे बड़ी रियल स्टेट फर्म हीरानंदानी ग्रुप के सीईओ हैं। वह निरंजन हीरानंदानी के बेटे हैं, जो हीरानंदानी ग्रुप के संस्थापक है। हीरानंदानी ग्रुप टाउनशिप, आईटी पार्क और इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी परियोजनाओं के विकास के लिए जाना जाता है। वर्तमान में भी इस ग्रुप की कई परियोजनाएं चल रही है।