तमिलनाडु में भाजपा को लगा बड़ा झटका, सक्रिय कार्यकर्ता गौतमी तडिमल्ला ने छोड़ी पार्टी, अलगप्पन पर लगाए आरोप

चेन्नई। तमिलनाडु में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का तगड़ा झटका लगा है। अभिनेत्री और भाजपा नेता गौतमी तडिमल्ला ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। गौतमी तडिमल्ला की तरफ से एक बयान जारी किया गया है, जिसमें उन्होंने अपने इस्तीफे की वजह बताई है। गौतमी का कहना है कि उन्होंने पार्टी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता का सम्मान किया है, लेकिन उन्हें भाजपा की तरफ से कोई सपोर्ट नहीं मिला। इस वजह से वह अपनी जिंदगी में सबसे बड़े संकट में खड़ी हैं।

गौतमी तडिमल्ला ने पत्र में लिखा, ‘बहुत भारी मन के साथ मैंने भाजपा की सदस्यता से इस्तीफा देने का निर्णय लिया है। मैं राष्ट्र निर्माण में अपने प्रयासों में योगदान देने के लिए 25 साल पहले पार्टी में शामिल हुई थी। यहां तक कि मैंने अपने जीवन में जितनी भी चुनौतियों का सामना किया है, मैंने उस प्रतिबद्धता का सम्मान किया है। फिर भी आज मैं अपने जीवन में एक बेहद ही अकल्पनीय संकट के दौर में खड़ी हो चुकी हैं। मुझे पार्टी नेताओं की तरफ से कोई सपोर्ट नहीं मिला है। मुझे मालूम चला है कि वो ऐसे व्यक्ति की मदद और सपोर्ट कर रहे हैं, जिसने न सिर्फ मेरे साथ धोखा किया, बल्कि मेरे जीवन भर की कमाई को भी खत्म कर दिया।’

गौतमी ने अलगप्पन पर लगाए गंभीर आरोप

तडिमल्ला ने पत्र में आगे लिखा, ‘मैं 17 साल की उम्र से काम कर रही हूं और मेरा करियर सिनेमा, टेलीविजन, रेडियो और डिजिटल मीडिया में 37 साल तक रहा। मैंने अपने पूरे जीवन काम किया है ताकि मैं इस उम्र में आर्थिक रूप से सुरक्षित रह सकूं और साथ ही अपनी बेटी का भविष्य भी संवार सकूं। मैं उस बिंदु पर हूं जहां मुझे और मेरी बेटी को स्थिर और सुरक्षित होना चाहिए था, फिर भी मुझे यह जानकर बहुत डर लगा कि सी अलगप्पन ने मुझसे मेरे पैसे, संपत्ति और दस्तावेज ठग लिए हैं।’

अलगप्पन पर आरोप लगाते हुए गौतमी ने लिखा, ‘मेरी असुरक्षा और अलगाव को देखते हुए लगभग 20 साल पहले अलगप्पन ने मुझसे संपर्क किया था, क्योंकि मैं न केवल एक अनाथ थी, जिसने अपने माता-पिता दोनों को खो दिया था, बल्कि एक नवजात शिशु की मां भी थी। उसने एक देखभाल करने वाले बुजुर्ग व्यक्ति की आड़ में खुद को और अपने परिवार को मेरे जीवन में शामिल कर लिया। लगभग 20 साल पहले इसी स्थिति में मैंने उसे अपनी कई ज़मीनों की बिक्री और दस्तावेज़ सौंपे थे, और अभी हाल ही में मुझे पता चला कि उसने मेरे साथ धोखाधड़ी की है। पूरे समय वह मुझे और मेरी बेटी को अपने परिवार के हिस्से के रूप में स्वागत करने का नाटक करता रहा।’

उन्होंने आगे लिखा कि अपनी मेहनत की कमाई, संपत्तियों और दस्तावेजों को वापस पाने के लिए, मैंने पूरे सम्मान और विश्वास के साथ मैंने देश के कानूनों, नियमों और प्रक्रियाओं का पालन किया है, जैसा कि प्रत्येक भारतीय नागरिक को करना चाहिए, मुझे भरोसा है कि न्याय मिलेगा। मैंने अपने मुख्यमंत्री, अपने पुलिस विभाग और अपनी न्यायिक प्रणाली पर पूरा भरोसा करते हुए कई शिकायतें दर्ज की हैं, लेकिन मुझे लगता है कि यह प्रक्रिया बेवजह लंबी खिंच रही है।’

अपनी ही पार्टी भाजपा पर लगाए आरोप

गौतमी ने भाजपा पर भी आरोप लगाए। उन्होंने लिखा, ‘2021 के तमिलनाडु विधानसभा चुनावों के दौरान, मुझे भाजपा के लिए राजपालयम निर्वाचन क्षेत्र के विकास का काम सौंपा गया था और साथ ही इस सीट से चुनाव लड़ने का आश्वासन भी मिला था। मैंने खुद को राजपालयम के लोगों के लिए जमीनी स्तर पर भाजपा को मजबूत करने के लिए समर्पित कर दिया। हालाँकि, चुनाव लड़ने का यह आश्वासन अंतिम समय में रद्द कर दिया गया था।बावजूद इसके, मैंने पार्टी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता बरकरार रखी। हालाँकि, पार्टी के प्रति 25 वर्षों की दृढ़ निष्ठा के बाद भी, यह जानकर दुख होता है कि समर्थन की पूरी कमी है और इसके अलावा भाजपा के कई वरिष्ठ सदस्य श्री अलगप्पन को बचाने में लगे हैं। एफआईआर दर्ज होने के बावजूद पिछले 40 दिनों से वो फरार हैं। हालांकि, मुझे अभी भी उम्मीद है कि मेरे मुख्यमंत्री, मेरा पुलिस विभाग और मेरी न्यायिक प्रणाली प्रबल होगी और मुझे वह न्याय देगी जो मैं चाहती हूं।’

मैं आज यह त्याग पत्र बहुत दुख और दृढ़ संकल्प के साथ लिख रही हूं। मैं एक महिला और अपने बच्चे के भविष्य के लिए न्याय की लड़ाई लड़ रही हूं। जय हिन्द।