भाजपा ने मुझसे पार्टी में शामिल होने या जेल जाने के लिए संपर्क किया: आप नेता आतिशी

नई दिल्ली। दिल्ली सरकार के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को तिहाड़ जेल भेजे जाने के एक दिन बाद ही दिल्ली सरकार की मंत्री और आप नेता आतिशी ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। आतिशी का कहना है, 'भाजपा ने मेरे एक करीबी सहयोगी के माध्यम से मेरे राजनीतिक करियर को बचाने के लिए उनकी पार्टी में शामिल होने के लिए मुझसे संपर्क किया और यह कहलवाया है कि अगर मैं भाजपा में शामिल नहीं हुई तो आने वाले एक महीने में मुझे ईडी द्वारा गिरफ्तार कर लिया जाएगा।' आप नेता ने केंद्र सरकार पर जांच एजेंसियों का इस्तेमाल कर पार्टी को धमकाने की कोशिश करने का आरोप लगाया।

आतिशी ने कहा, मैं भाजपा को बताना चाहती हूं कि हम आपसे नहीं डरेंगे। हम अरविंद केजरीवाल के सिपाही हैं। हम भगत सिंह के सहयोगी हैं। हम संविधान को बचाना जारी रखेंगे और लोगों को इसके तहत बेहतर जीवन देने के लिए काम करेंगे। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि आम चुनाव से पहले आने वाले दो महीनों में राघव चड्ढा और सौरभ भारद्वाज सहित कुछ और नेताओं को केंद्रीय जांच एजेंसी गिरफ्तार करेगी।

आतिशी ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा और प्रवर्तन निदेशालय आप के वरिष्ठ नेताओं को निशाना बना रहे हैं क्योंकि उन्हें यह एहसास हो गया है कि सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बावजूद पार्टी नहीं टूटेगी। लोकसभा चुनाव से पहले आने वाले दो महीनों में वे 4 और आप नेताओं को गिरफ्तार करेंगे। इनके नाम हैं- सौरभ भारद्वाज, दुर्गेश पाठक, राघव चड्ढा और मैं।

आप नेता का यह खुलासा प्रवर्तन निदेशालय के इस दावे के एक दिन बाद आया है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उत्पाद शुल्क नीति मामले में पूछताछ के दौरान आतिशी और सौरभ भारद्वाज का नाम लिया था।

जांच एजेंसी के अनुसार, आप सुप्रीमो ने उन्हें बताया कि विजय नायर उन्हें नहीं बल्कि आतिशी मार्लेना और सौरभ भारद्वाज को रिपोर्ट करते थे और विजय नायर के साथ उनकी बातचीत सीमित थी।

पार्टी के पूर्व संचार प्रभारी नायर इस मामले के आरोपियों में से एक हैं। वह फिलहाल जेल में हैं।

उनसे जब ईडी के उस बयान के बारे में पूछा गया जिसमें अदालत में उनके और सौरभ भारद्वाज के नामों का उल्लेख किया गया था, तो उसके बारे में आप नेता आतिशी ने कहा, “ईडी ने एक बयान के आधार पर अदालत में सौरभ भारद्वाज और मेरा नाम लिया जो ईडी और सीबीआई के पास करीब करीब डेढ़ साल से उपलब्ध है। ये बयान ईडी की चार्जशीट में है। ये बयान सीबीआई की भी चार्जशीट में है, फिर इस बयान को इस समय उठाने की वजह क्या है? ये बयान उठाने की वजह ये है कि अब बीजेपी को लगता है कि अरविंद के बावजूद केजरीवाल, मनीष सिसौदिया, संजय सिंह और सत्येन्द्र जैन के जेल में होने के बावजूद आम आदमी पार्टी अभी भी एकजुट और मजबूत है। अब वे आम आदमी पार्टी के नेतृत्व की अगली पंक्ति को भी जेल में डालने की योजना बना रहे हैं।

यह पूछे जाने पर कि क्या अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री और आप के राष्ट्रीय संयोजक पद से इस्तीफा दे देंगे क्योंकि वह इस समय दिल्ली शराब नीति मामले में तिहाड़ जेल में हैं, आतिशी ने कहा, हमारे देश में इससे संबंधित दो संवैधानिक और कानूनी प्रावधान हैं। जनप्रतिनिधित्व अधिनियम कहता है कि यदि आप दो साल से अधिक समय से दोषी हैं तो आप जन प्रतिनिधि नहीं बने रह सकते। अरविंद केजरीवाल को दोषी नहीं ठहराया गया है। अरविंद केजरीवाल के पास दिल्ली विधानसभा में भारी बहुमत है, इसलिए उनके इस्तीफा देने का कोई कारण नहीं है। अगर अरविंद केजरीवाल आज इस्तीफा देते हैं तो यह भाजपा के लिए बहुत ही सरल और सीधा समाधान होगा।