भाजपा ने 402 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की, 100 वर्तमान सांसदों को हटाया

नई दिल्ली। भाजपा ने 2 मार्च को 195 दावेदारों की अपनी पहली सूची जारी करने के बाद से अब तक लोकसभा चुनाव के लिए कुल 402 उम्मीदवारों की घोषणा की है। कुल 290 मौजूदा सांसदों में से, पार्टी ने कम से कम 100 को हटा दिया है। पहली सूची के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी से तीसरी बार चुनाव लड़ेंगे। 2019 में उन्होंने समाजवादी पार्टी की शालिनी यादव को हराया और 2019 के चुनावों में उन्होंने आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के खिलाफ सीट जीती।

पहली सूची में अन्य दिग्गजों में केंद्रीय मंत्री अमित शाह, मनसुख मंडाविया, भूपेन्द्र यादव, ज्योतिरादित्य सिंधिया, परषोत्तम रूपाला, सर्बानंद सोनोवाल, राजीव चन्द्रशेखर शामिल हैं।

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर सहित 72 उम्मीदवारों की दूसरी सूची 13 मार्च को जारी की गई, उसके बाद 21 मार्च को नौ दावेदारों वाली तीसरी सूची जारी की गई।

चौथी सूची में, भाजपा ने 22 मार्च को 15 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की - एक पुडुचेरी से और शेष 14 तमिलनाडु से। 25 मार्च को पार्टी ने 111 उम्मीदवारों की अपनी पांचवीं सूची जारी की, जिसमें हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत भी शामिल हैं।

माना जा रहा है कि भाजपा करीब 30-40 अतिरिक्त उम्मीदवार घोषित करेगी। हालाँकि, अभी तक नामित उम्मीदवारों में से, कई मौजूदा सांसदों को टिकट नहीं दिए जाने की संभावना है, क्योंकि पार्टी ने अभी तक यह तय नहीं किया है कि किसे कहाँ से मैदान में उतारा जाए।

भाजपा ने अब तक पहली सूची में 33, दूसरी में 30 और पांचवीं सूची में 37 मौजूदा सांसदों को बाहर कर दिया है।

जिन बड़े नामों को टिकट नहीं मिला उनमें वरुण गांधी, प्रज्ञा ठाकुर, रमेश बिधूड़ी, दर्शना जरदोश, रमेश पोखरियाल निशंक, प्रताप सिम्हा, वीके सिंह, अनंत हेगड़े, अश्विनी चौबे, हर्ष वर्धन और गौतम गंभीर शामिल हैं। इनमें गौतम गंभीर ने टिकट मिलने से पहले ही राजनीति छोड़ने की घोषणा कर दी थी।

यह मौजूदा सांसदों का लगभग 34 प्रतिशत है, जो हर तीन में से एक सांसद है जिसे टिकट नहीं मिला। 2019 में भाजपा ने अपने 282 सांसदों में से 119 यानी करीब 42 फीसदी मौजूदा सांसदों के टिकट काट दिए। सत्ता विरोधी लहर से बचने के लिए पार्टी ने यह कदम उठाया।