हमीरपुर शिमला नेशनल हाईवे पर घाघस के साथ लगते मंगरोट गांव में पर्यटकों से भरी बस पलट जाने से 26 लोग घायल हो गए। इनमें से छह गंभीर घायलों को पीजीआइ चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया है। अन्य घायल बिलासपुर जिला अस्पताल में भर्ती हैं। बस का चालक घटनास्थल से फरार हो गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर चालक की तलाश शुरू कर दी है।
वॉल्वो पर्यटक बस नंबर जीजे-18एजेड-4671 में गुजरात के 38 लोग पहाड़ों की रानी शिमला घूमने के बाद मनाली जा रहे थे। शनिवार सुबह बिलासपुर जिले के घागस के साथ लगते मंगरोट गांव में राष्ट्रीय राजमार्ग-205 पर पर्यटकों की बस सड़क किनारे पलट गई। हादसे का कारण तेज रफ्तार के कारण मोड़ पर चालक का बस पर से नियंत्रण खोना बताया जा रहा है।
पलटने के बाद बस घिसटती हुई आगे तक चली गई। इससे वहां पर पार्क दो कारें भी चपेट में आने से क्षतिग्रस्त हो गईं। हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय लोग सहायता के लिए पहुंच गए और 108 एंबुलेंस को सूचित कर दिया। घायलों को 108 एंबुलेंस के माध्यम से जिला अस्पताल बिलासपुर पहुंचाया गया। घटना की सूचना मिलते ही बरमाणा थाना व सदर थाना बिलासपुर से भी पुलिस कर्मचारी मौके पर पहुंच गए
बताते हैं जहां हादसा हुआ है वहां दो-तीन दुकानें हैं और दिन में अकसर दुकानदार धूप से बचने के लिए दुकानों के बाहर बैठे रहते हैं। हादसा सुबह हुआ, जिस वजह से कोई बड़ी अनहोनी नहीं हुई। हादसे के समय दुकानें बंद थीं। पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार ने बताया कि हादसे की जांच की जा रही है। उपायुक्त बिलासपुर विवेक भाटिया ने बताया कि पर्यटक बस के दुर्घटनाग्रस्त होने की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन को सतर्क कर दिया था। स्वास्थ्य विभाग को घायलों की पूरी मदद व उपचार करने के निर्देश दिए हैं।
तहसीलदार सदर जयगोपाल शर्मा ने बताया कि सभी घायलों को प्रशासन की ओर से आर्थिक तौर पर सहायता राशि दी गई है। इसमें गंभीर रूप से घायल छह पर्यटकों को दो-दो हजार रुपये तो 18 कम घायल पर्यटकों को एक-एक हजार रुपये की आर्थिक सहायता राशि दी गई है।
कुल मिलाकर 30 हजार रुपये की सहायता राशि बस हादसे में घायल सभी पर्यटकों में बांटी गई है। पर्यटकों का कहना है कि हादसा चालक की गलती से हुआ है। वे बस की रफ्तार धीमी करने को कहते रहे लेकिन उसने एक न सुनी। तेज रफ्तार बस जैसे ही एक तीखे मोड़ पर पहुंची तो चालक बस पर से अपना नियंत्रण खो बैठा।