लापरवाही / बिहार के क्वारेंटाइन सेंटर में महिलाओं को साड़ी के बदले पहनने के लिए दी लुंगी

बिहार में कोरोना के मामलों में तेजी आ गई है। यहां गुरुवार को रिकॉर्ड 324 नए केस मिले हैं, तो वहीं शुक्रवार की सुबह से अबतक 114 नए मरीज मिल चुके हैं, जिसके बाद बिहार में कोरोना मरीजों की संख्या 2101 हो गई है। कोरोना वायरस से स्ंक्रमित बिहार में 11 मरीजों की अबतक मौत हो चुकी है।

कहा कितने मिले मामले

गुरुवार को जहानाबाद में 50 समस्तीपुर में 24, कटिहार में 19, रोहतास में 18, गोपालगंज में 17, समस्तीपुर में 15, पूर्वी चंपारण और बक्सर में 11-11 लखीसराय में 9, बेगूसराय और शेखपुरा में 8-8, पूर्णिया और गया में 7-7, वैशाली में 4, मुंगेर में 3, मधुबनी, सुपौल, शेखपुरा, पश्चिमी चंपारण में 2-2, पटना, बांका और खगड़िया में एक-एक समेत कुल 324 केस पॉजिटिव पाए गए हैं। ये अबतक की सबसे बड़ी संख्या है।

बिहार में प्रवासी मजदूरों के आने का सिलसिला जारी है। बड़ी संख्या में दूसरे राज्यों में रह रहे प्रवासी मजदूर श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में बैठ कर राज्य में पहुंच रहे है। सरकार के निर्देशानुसार दूसरे राज्य के आने वाले प्रवासियों को 14 दिनों के लिए क्वारेंटाइन किया जा रहा है।

क्वारेंटाइन सेंटर से सामने आई लापरवाही

ऐसे में राज्य में क्वारेंटाइन सेंटर से लापरवाही की कई तस्वीरें सामने आ चुकी है। हाल ही जो मामला सामने आया है उसने क्वारेंटाइन सेंटर को लेकर सरकार के सभी दावों को खोखला साबित किया है। लापरवाही के ताजा मामले में क्वारेंटाइन सेंटर में रह रही प्रवासी महिलाओं को पहनने के लिए साड़ी के बदले लुंगी थमा दी गई।

महिलाओं को साड़ी के बदले दी लुंगी

बिहार के दरभंगा जिले के बिरौल प्रखंड के मध्य विद्यालय देवकुली धाम में बनाए गए क्वारेंटाइन सेंटर में रखी गई महिलाओं को साड़ी के बदले लुंगी दे दी गई। जिला प्रशासन की इस लापरवाही के कारण लोगों में आक्रोश है।

प्रवासियों के साथ-साथ स्थानीय लोगों का भी कहना है कि जिला प्रशासन क्वारेंटाइन सेंटर में सुविधाओं के नाम पर केवल कागजी खानापूर्ति कर रही है।

हालांकि, जैसे ही यह मामला मीडिया में सामने आया तो सीओ राकेश कुमार ने अपनी गलती स्वीकार ली है। उन्होंने कहा कि मामला मेरी जानकारी में आया है। जल्द ही प्रवासी महिलाओं को साड़ी सहित अन्य परिधान उपलब्ध कराया जाएगा।

ऐसे सामने आया मामला

प्रवासी महिलाओं को साड़ी दिए जाने का मामला तब प्रकाश में आया जब मानवाधिकार संरक्षण प्रतिष्ठान ने क्वारेंटाइन की गड़बड़ियों को लेकर सीएम को शिकायती ई-मेल किया। संस्थान के जिलाध्यक्ष प्रदीप कुमार चौधरी ने अपने शिकायती ई-मेल में लिखा कि देवकुली धाम मध्य विद्यालय में बनाए गए क्वारेंटाइन सेंटर में दिल्ली, गाजियाबाद, मेरठ, बेंगलुरू और मुंबई से आए करीब 40 प्रवासी रह रहे हैं। इसमें सात महिलाएं भी है। प्रवासी महिलाओं को पुरुष प्रवासियों के साथ-साथ पहनने के लिए लुंगी दे दी गई।