तेजस्वी यादव के 10 लाख नौकरियों वाले वादे पर नितीश ने कसा था तंज, अब BJP ने कर दी 19 लाख रोजगार की बात

भाजपा ने बिहार विधानसभा चुनाव घोषणापत्र में 19 लाख रोजगार की संभावना दिखाई है। वहीं, कुछ दिनों पहले तेजस्वी यादव ने वादा किया था कि उनकी सरकार बन जाएगी तो वह कैबिनेट की पहली बैठक में जिस फैसले पर साइन करेंगे, वह 10 लाख युवाओं को पक्की सरकारी नौकरी देने का होगा। तेजस्वी के इस बयान पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तंज कसते हुए कहा थाकि बड़ी हास्यास्पद बात है... राजद 10 लाख नौकरी देगा। बीते सोमवार गया के शेरघाटी विधानसभा क्षेत्र में चुनावी सभा के दौरान भी नीतीश ने कहा- 'ऊ कहते हैं 10 लाख नौकरियां देंगे। अरे, पैसवा एतना कहां से आवेगा? ई सब संभव है क्या? बताइए कहीं ऐसा ना हो नौकरिया देने के नाम पर अपने ही धंधा ना शुरू कर दें। 15 साल में कितना नौकरी दे दिए, ये सब जानते हैं।’

दरअसल, भाजपा 19 लाख रोजगार देने की बात कर रही है वहीं, बात करे तो बिहार में सिर्फ चार लाख नौकरियां है। भाजपा कह रही है कि सत्ता में आने पर वह अगले एक साल में स्कूल, यूनिवर्सिटी और बाकी इंस्टिट्यूट में 3 लाख नए टीचर्स को अपॉइंट करेगी। इनमें से स्कूलों में पौने तीन लाख वैंकेसी है, जबकि 94 हजार पदों पर भर्ती की प्रक्रिया तीन साल से चल रही है।

एक और वादा यह है कि 10 हजार डॉक्टर, 50 हजार पैरा मेडिकल स्टाफ समेत 1 लाख लोगों को स्वास्थ्य विभाग में नौकरी मिलेगी। इस तरह 3 लाख और 1 लाख मिलाकर सीधे तौर पर 4 लाख सरकारी नौकरियों की संभावना बनती है। भाजपा के 19 लाख रोजगार के वादे में 4 लाख सरकारी नौकरियों के अलावा बिहार को आईटी हब बनाकर अगले 5 साल में 5 लाख रोजगार के ‘अवसर उपलब्ध कराने’ और खेती-किसानी और औषधीय पौधों की सप्लाई चेन बनाकर 10 लाख रोजगार के ‘अवसर सृजित करने’ का वादा है। इसके अलावा भाजपा ने 50 हजार करोड़ रुपए के माइक्रो फाइनेंस के जरिए 1 करोड़ नई महिलाओं को ‘स्वावलंबी’ बनाने का वादा किया है।