
नई दिल्ली। पहलगाम आतंकी हमले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर सुरक्षा पर मंत्रिमंडल समिति (CCS) की बैठक हो रही है। पिछले तीन घंटे से ज्यादा समय से यह बैठक चल रही है। बताया जा रहा है कि सरकार पहलगाम हमले के बाद आतंकियों को जबरदस्त जवाब देने के मूड में है। बैठक में हर परिस्थिति पर विचार किया जा रहा है। बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस जयशंकर, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल समेत सभी वरिष्ठ मंत्री मौजूद हैं। बैठक के लिए रवाना होते समय अमित शाह के हाथ में एक लाल रंग की फाइल देखी गई, जो मीटिंग के अहम बताई जा रही है।
सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में हमले के बाद भारत की ओर से संभावित जवाबी कार्रवाई को लेकर बड़ा निर्णय लिया जा सकता है।
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकवादियों ने पर्यटकों को निशाना बनाते हुए हमला किया था, जिसमें 26 लोग मारे गए। 2019 में हुए पुलवामा हमले के बाद कश्मीर घाटी में यह सबसे घातक हमला बताया गया है।
आतंकियों ने बैसरन में घास के मैदान में पहुंचे निर्दोष पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी की थी। इस हमले के पीछे पाकिस्तान स्थित प्रतिबंधित आतंकी समूह लश्कर-ए-तैयबा के मुखौटा संगठन 'द रेसिस्टेंस फ्रंट' (TRF) के होने का संदेह है, जो कश्मीर में कई लक्षित हत्याओं में शामिल रहा है।
हम किसी को भी नहीं बख्शेंगेपहलगाम आतंकी हमले को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को बुधवार को दिल्ली में एक कार्यक्रम में कहा कि वह इस मंच से देशवासियों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि भारत सरकार हर वो कदम उठाएगी, जो जरूरी और उपयुक्त होगा। उन्होंने कहा कि हम सिर्फ उन लोगों तक नहीं पहुंचेंगे, जिन्होंने इस घटना को अंजाम दिया है। हम पर्दे के पीछे बैठकर हिंदुस्तान की सरजमीं पर ऐसी नापाक हरकतों की साजिशें रचने वालों को भी नहीं बख्शेंगे।
नागरिकों की हत्या का बदला लेने के लिए सरकार प्रतिबद्धपहलगाम में आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बुधवार को सुरक्षा को लेकर समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लीडरशिप में भारत सरकार अपने नागरिकों की हत्या का बदला लेने के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि आतंकवाद को पूरी तर खत्म किया जाए ताकि ऐसी कायराना हरकत फिर न हो।