कोरोना : भारत बायोटेक की Covaxin का ट्रायल फाइनल स्टेज में, जानिए कौन की देसी वैक्सीन से देश को उम्मीदें

हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक इंटरनैशनल लिमिटेड के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर कृष्णा एल्ला ने सोमवार को इंडियन स्कूल ऑफ बिजनस की तरफ से आयोजित एक कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बताया कि कोवाक्सिन का Phase-3 ट्रायल चल रहा है। भारत बायोटेक ने कोरोना वैक्सीन 'कोवाक्सिन (Covaxin)' को बनाने के लिए ICMR और नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के साथ पार्टनरशिप की है। भारत बायोटेक के चेयरमैन एल्ला ने बताया Phase-1 और Phase-2 के ट्रायल्स कामयाबी के साथ पूरे हो चुके हैं।

सूत्रों के मुताबिक, भारत बायोटेक ने पिछले महीने 2 अक्टूबर को ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DGCI) से मांगी थी। कोवाक्सिन (Covaxin) का Phase-3 ट्रायल 26000 लोगों पर किया जा रहा है।

भारत बायोटेक (Bharat Biotech) कोरोना की एक और वैक्सीन पर काम कर रही है। वह वैक्सीन इंट्रानेजल होगी यानी वैक्सीन को नाक के जरिए दिया जाएगा। एल्ला ने बताया कि यह वैक्सीन अगले साल तक तैयार हो सकती है।

भारत बायोटेक ने सितंबर में इंट्रानेजल वैक्सीन के लिए वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी के साथ लाइसेंसिंग समझौता किया था। कंपनी ने नोवल चिम्प एडेनोवायरस, सिंगल डोज इंट्रानेजल वैक्सीन के लिए सेंट लुइस में वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन के साथ लाइसेंसिंग समझौता होने की घोषणा की थी।

भारत बायोटेक नाक के जरिए जाने वाले एडेनोवायरस वैक्सीन की एक अरब खुराक तक का उत्पादन करने के लिए काम कर रही है। कंपनी के पास अमेरिका (America), जापान (Japan) और यूरोप (Europe) को छोड़कर सभी बाजारों में वैक्सीन वितरित करने का अधिकार है।

दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन उत्पादक पुणे स्थित सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया की कोरोना वैक्सीन भी अंतिम चरण में है। कंपनी के सीईओ आदर पूनावाला ने पिछले हफ्ते ही बताया था कि दिसंबर तक वैक्सीन की 10 करोड़ खुराक तैयार हो सकती है। सीरम इंस्टिट्यूट दवा कंपनी एस्ट्राजेनेका (AstraZeneca) और ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी (Oxford Uniforsity) के साथ मिलकर कोरोना की वैक्सीन (Corona Vaccine) बना रही है।

खास बात यह है कि सीरम इंस्टिट्यूट (Serum Institute) ने अब तक वैक्सीन के 6 करोड़ डोज तैयार कर लिए हैं। दिसंबर तक 10 करोड़ डोज तैयार हो जाएगी। दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन निर्माता सीरम इंस्टिट्यूट कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) की ज्यादा से ज्यादा खुराक बनाने पर फोकस कर रही है जिसका फायदा भारत के साथ-साथ दुनिया के तमाम देशों को होगा।