उत्तरप्रदेश : एंबुलेंस में तड़पती रही महिला लेकिन कोई डॉक्टर नहीं आया देखने, अस्पताल में नहीं था कोई बेड खाली

उत्तरप्रदेश में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया हैं जहां बलरामपुर अस्पताल की इमरजेंसी में लाई गई महिला को बेड खाली न हो पाने की वजह से जगह नहीं मिल पाई। हद तो तब हो गई जब महिला को एंबुलेंस से उतारा ही नहीं गया और तो और कोई डॉक्टर भी देखने नहीं आया जिसके बाद महिला की मौत हो गई। बेटे का आरोप है कि पहले निजी अस्पताल ने इलाज के नाम पर लूटा। इसके बाद बलरामपुर अस्पताल में डॉक्टर ने बेड खाली न होने का हवाला देकर दूसरे अस्पताल ले जाने की बात कह दी। उसकी मां को एक बार देखा तक नहीं गया। ऐसे में इलाज न मिलने से उनकी जान चली गई। बलरामपुर अस्पताल के सीएमएस डॉ. आरके गुप्ता ने कहा कि मामले की जानकारी नहीं है। अगर ऐसा हुआ तो इसकी पड़ताल करके संबंधित डॉक्टर से जवाब तलब कर कार्रवाई की जाएगी।

अमेठी के अजय प्रकाश ने बताया कि ब्रेन हैमरेज होने पर वह मां राजपति (65) को लेकर केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर पहुंचे। यहां गेट पर ही दलालों ने घेर लिया और बेहतर इलाज का झांसा देकर जानकीपुरम स्थित निजी अस्पताल ले गए। यहां रात भर मरीज को भर्ती रखा। अजय का आरोप है कि निजी अस्पताल में 40 हजार रुपये वसूले गए। इसके बावजूद मां की हालत न सुधरी तो वह किसी तरह उन्हें वहां से डिस्चार्ज कराकर एंबुलेंस से गुरुवार दोपहर करीब साढ़े 12 बजे बलरामपुर अस्पताल की इमरजेंसी पहुंचे। यहां मौजूद डॉक्टर ने बेड खाली न होने की बात कहते हुए दूसरे अस्पताल ले जाने को कह दिया।

अजय का आरोप है कि डॉक्टर ने एक बार एंबुलेंस तक जाकर उनकी मां का हाल लेने की जहमत भी नहीं उठाई। वहीं, स्टाफ बेड खाली होते ही भर्ती करने का आश्वासन देता रहा। इलाज के इंतजार में एक घंटे तक एंबुलेंस में तड़पते हुए उनकी मां ने दम तोड़ दिया। अजय ने मुख्यमंत्री से पूरे मामले की शिकायत की है।