नई दिल्ली। नए साल के पहले ही सप्ताह में बैंकों ने आमजन को झटका दिया है। साल के शुरुआत में ही बैंकों ने पर्सनल लोन और ऑटो लोन की ब्याज दर में बढ़ोतरी कर दी है। बैंकों ने रेपो रेट में बदलाव हुए बिना ही अपनी मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेडिंग रेट में बदलाव कर दिए हैं। इसके कारण ब्याज दर बढ़ गई है।
SBI सहित किसी बैंक ने होम लोन पर ब्याज की बढ़ोतरी नहीं की। होमलोन का संबंध भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा घोषित किए जाने वाले रेपो रेट से पड़ता है। रेपो रेट में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है। इसके कारण होम लोन में कोई भी बदलाव नहीं किया है। दिसंबर में 5वीं बार रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं करते हुए इसे 6.5 फीसदी रखा गया।
इसके अलावा बैंक ऑफ महाराष्ट्र अब 8.35 फीसदी की दर से होम लोन दे रहा है जो पहले 8.5 प्रतिशत थी। इस समय यह एक मात्र बैंक है जिसने होम लोन पर ब्याज दर घटाई है।
क्या होती है मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेडिंग रेटमार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेडिंग रेट यानी MCLR बैंक की वह न्यूनतम ब्याज दर होती है जो खास लोन के लिए वसूलती जाती है। इसका निर्धारण लागत और लाभ सहित कारक के आधार पर किया जाता है।
किसने बढ़ाई कितनी दर?—भारतीय स्टेट बैंक ऑटो लोन पर 8.65 फीसदी की दर से ब्याज वसूल रहा था। अब इसे बढ़ाकर 8.85 फीसदी कर दिया गया है।
—बैंक ऑफ बड़ौदा ऑटो लोन पर 8.7 फीसदी ब्याज ले रहा था। अब इसे बढ़ाकर 8.8 फीसदी कर दिया गया है।
—यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ऑटो लोन के लिए अब 9.15 प्रतिशत की दर से लोन दे रहा है यह पहले 8.75 प्रतिशत थी।
—IDFC फर्स्ट बैंक ने निजी लोन के लिए ब्याज दर को 10.49 प्रतिशत कर दिया है जो बीते साल नवंबर से ही लागू हो गई है।
—कर्नाटक बैंक ने भी निजी लोन के लिए ब्याज की दर को 14.21 प्रतिशत से बढ़ाकर 14.28 प्रतिशत कर दिया है।