घाटे की वजह से इस सरकारी बैंक ने बंद की अपनी 51 शाखाएं, 30 नवंबर के बाद काम नहीं करेंगी चेकबुक

बैंक ऑफ महाराष्ट्र (BoM) ने अपनी 51 ब्रांच (शाखाएं) बंद करने का ऐलान किया है। पुणे मुख्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि बंद होने वाली ब्रांच (शाखाएं) शहरी क्षेत्रों में हैं। इन ब्रांच से बैंक को मुनाफा नहीं हो रहा है। पहचान जाहिर न करने की शर्त पर बैंक के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इन 51 शाखाओं को बंद करके उनका विलय पास की शाखाओं में कर दिया गया है। इसका मतलब साफ है कि अब ग्राहकों का खाता दूसरी ब्रांच में शिफ्ट हो जाएगा।

रद्द हुए IFSC कोड

बैंक ऑफ महाराष्ट्र की देशभर में 1,900 शाखाएं हैं। बीओएम ने सोमवार को अपनी घोषणा में कहा कि बैंक ने लोगों की सुविधा के लिए इन शाखाओं का विलय कर दिया है।

ग्राहकों का खाता दूसरी ब्रांच में शिफ्ट हो जाएगा

बंद हुई शाखाओं के आईएफएससी कोड और एमआईसीआर कोड रद्द कर दिए गए हैं और सभी बचत, चालू व अन्य खाते विलय की गईं शाखाओं में स्थानांतरित कर दिए गए हैं। इसका मतलब साफ है कि अब ग्राहकों का खाता दूसरी ब्रांच में शिफ्ट हो जाएगा।

30 नवंबर के बाद काम नहीं करेंगी चेकबुक

बैंक ऑफ महाराष्ट्र की बंद की गईं शाखाओं के सभी ग्राहकों को उनको पहले जारी किए गए चेकबुक 30 नवंबर तक वापस जमा करने व नई शाखा के आईएफसीएस/एमआईसीआर कोड के साथ भुगतान उपकरण प्राप्त करने का निर्देश दिया गया है। बैंक ऑफ म‍हाराष्‍ट्र ने कहा है कि पुराने IFSC/MICR कोड 31 दिसंबर से हमेशा के लिए अमान्‍य हो जाएंगे इस लिए ग्राहक अपने सभी बैंकिंग लेनदेन नए IFSC/MICR कोड के जरिए करें।