देहरादून। उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने एक संवाददाता सम्मेलन में मंगलवार को बयान दिया कि नानकमत्ता गुरूद्वारे में बाबा तरसेम सिंह की हत्या सोची समझी साजिश के तहत की गयी थी। इस हत्याकांड में पंजाब की कुख्यात गोल्डी बरार और लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शामिल होने की आशंकाएं नज़र आ रही हैं। इस आशंका की वजह हत्याकांड से 7 दिन पहले तक गोली चलाने वाले दोनों आरोपियों ने गुरूद्वारे की रेकी की थी। इससे शंका पैदा होती है कि तरसेम सिंह का कोई करीबी ही इस हत्याकांड में सीधे रूप से सम्मिलित है।
डीपीजी अभिनव कुमार ने मंगलवार को यहां मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि इस पूरे मामले में 11 षड़यंत्रकारियों को चिन्हित किया गया था। जिनमें 1 एनकाउंटर में मारा जा चुका है जबकि 7 को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं 3 आरोपी फिलहाल फरार चल रहे हैं। हालांकि किन कारणों से इस हत्या की घटना को अंजाम दिया गया था इसके बारे में पुलिस अभी कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं है।
उल्लेखनीय है कि उधमसिंह नगर जिले के रुद्रपुर में नानकमत्ता डेरा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की गोली मारकर हत्या करने वाले एक आरोपी को सोमवार देर रात हरिद्वार में पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया था। एसटीएफ और हरिद्वार पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में अमरजीत नाम का आरोपी ढेर हो गया। अमरजीत पर 16 से अधिक मामले दर्ज थे। वहीं दूसरा आरोपी फरार हो गया।
उन्होंने बताया कि इस हत्या में कई नामी गिरामी लोगों के नाम सामने आ रहे हैं। ऐसे संकेत भी पुलिस की तरफ से ज़रूर दिए गए हैं। ये कौन लोग हो सकते हैं, इस जानकारी को पुलिस पूरी तरह से गोपनीय रखना चाहती है। लेकिन, इस हत्या की साज़िश में शामिल सभी आरोपी जल्द जेल की सालाखों के पीछे होंगे।
ज्ञातव्य है कि सोमवार देर रात थाना भगवानपुर क्षेत्र में चेकिंग अभियान के दौरान मोटरसाइकिल सवार दो संदिग्ध व्यक्तियों को पुलिस ने रोकने की कोशिश की, तो दोनों भागने लगे। पीछा करने पर पुलिस टीम की बदमाशों से मुठभेड़ हुई। पुलिस से बचने के लिए आरोपियों ने फायरिंग कर दी। जवाबी हमले में एसटीएफ ने भी गोली चलाई। मुठभेड़ के दौरान आखिरकार एसटीएफ ने एक बदमाश को ढेर कर दिया जबकि दूसरा आरोपी फरार हो गया जिसकी तलाश जारी है।
एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल द्वारा अन्य पुलिस अधिकारियों के साथ अस्पताल जाकर मामले की जानकारी ली गई। मृतक का नाम अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टू है जो बाबा तरसेम सिंह की हत्या में वांछित था।
उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अभिनव कुमार ने बताया कि एक लाख रुपए का इनामी शूटर अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टू मारा गया है, जबकि उसका साथी भाग गया। उन्होंने बताया कि बाबा की हत्या को उत्तराखंड पुलिस ने चुनौती के रूप में लिया था और लगातार एसटीएफ और पुलिस दोनों हत्यारों की तलाश कर रही थी।