लोकसभा चुनाव 2019 से पहले अयोध्या में राम मंदिर के लिए उठ रही आवाजों के बीच अध्यादेश की पैरवी करते हुए योग गुरु रामदेव (Yog Guru Baba Ramdev) ने रविवार को कहा कि अगर मंदिर नहीं बनता है तो बीजेपी लोगों का विश्वास खो देगी। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में न्याय का सबसे बड़ा मंदिर संसद है और मोदी सरकार मंदिर निर्माण के लिए अध्यादेश ला सकती है। उन्होंने कहा कि, 'अगर मंदिर नहीं बना, वह भी तब जब करोड़ों लोग उसे बनते हुए देखना चाहते हैं तो लोगों का भाजपा पर से भरोसा उठ जाएगा जो पार्टी के लिए अच्छा नहीं होगा।'
योग गुरु ने कहा कि भगवान राम राजनीति का विषय नहीं हैं, बल्कि देश का गौरव हैं। वह हमारे पूर्वज, हमारी संस्कृति और आत्मा हैं। उन्हें राजनीति से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। आगे उन्होंने कहा कि अगर लोगों को खुद से मंदिर बनाना है तो इसका मतलब होगा कि वे या तो न्यायपालिका या संसद का सम्मान नहीं करते। दरअसल, पिछले सप्ताह, देश के विभिन्न हिस्सों से 'राम भक्त' मंदिर के निर्माण पर जोर देने के लिए एक दक्षिणपंथी समूह विश्व हिंदू परिषद द्वारा आयोजित जनसभा में भाग लेने के लिए एकत्रित हुए थे। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि यदि लोग अपने स्तर से मंदिर बनवाएंगे, तब इसका मतलब यह होगा कि वह न्यायपालिका या संसद का सम्मान नहीं करते।
दरअसल, बाबा रामदेव की यह टिप्पणी ऐसे वक्त में आई है, जब अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण में के लिए मांग तेज हो गई है।