डिजिटल इंडिया की ये तस्वीर बेहद शर्मनाक! नेटवर्क ना मिलने पर पेड़ पर ही लगा डाला आयुष्मान कार्ड बनाने का कैंप

समय के साथ तकनिकी भी बढ़ती जा रही हैं और देश में इस ओर तेजी से कार्य हो रहा हैं। वर्तमान सरकार डिजिटल इंडिया पर ध्यान दे रही हैं जहां सभी गांव तक इंटरनेट पहुंचाया जा रहा हैं। लेकिन इस बीच डिजिटल इंडिया की कुछ ऐसी तस्वीरें सामने आती है जो बेहद शर्मनाक हैं। यह नजारा देखने को मिला छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में जहां आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए कैंप लगाया गया था। लेकिन यह कैंप किसी भवन में नहीं बल्कि पेड़ पर लगाया गया था क्योंकि वहीँ पर नेटवर्क आ रहा था और इन्टरनेट चल रहा था। गोबरा के ग्रामीण लंबे समय से मोबाइल टावर लगाने की मांग कर रहे है। ग्रामीणों का कहना है कि हमारे पास मोबाइल तो है, लेकिन उसमें नेटवर्क नहीं हैं। आज के युग में इंटरनेट कनेक्टिविटी बहुत जरूरी है। पंचायत में लगभग 80 प्रतिशत एरिया ऐसा है, जहां पर इंटरनेट कनेक्टिविटी नहीं है।

दरअसल, यह मामला है आदिवासी विकासखंड मैनपुर से 16 किमी दूर स्थित ग्राम पंचायत छोटे गोबरा के आश्रित ग्राम बड़े गोबरा का। यहां प्रशासन की ओर से आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे हैं। कर्मचारी कार्ड बनाने के लिए लैपटॉप व अन्य उपकरण लेकर गांव पहुंचे, लेकिन कहीं सिग्नल ही नहीं मिल रहा था। ऐसे में सिग्नल की तलाश करते हुए गांव से करीब 2 किमी दूर जंगल में आ गए। वहां सड़क किनारे सिग्नल मिला तो पेड़ पर कैंप लगा दिया।

फिलहाल पेड़ पर गांव वालों के कार्ड बनाने का काम चल रहा है। आयुष्मान कार्ड बनाने पहुंचे कर्मचारी डोमेश पटेल, लक्ष्मण ठाकुर और शिक्षक दामोदर नेगी ने बताया कि गोबरा में इंटरनेट कनेक्टिविटी नहीं होने के कारण भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। इसलिए जहां अच्छा नेटवर्क आता है, वहीं कैप लगाकर ग्रामीणों का आयुष्मान कार्ड बनाना पड़ रहा है। अब नेटवर्क फिर गया तो तलाश करते-करते जंगल में आकर इस पेड़ के ऊपर मिला।