खत्म हुआ बरसों का इंतजार, आज दोपहर 12:30 बजे राम मंदिर की नींव रखेंगे PM मोदी

आज की सुबह ऐतिहासिक है। 5 शताब्दियों के बाद अयोध्या का वैभव लौटेगा। रामलला के भव्य मंदिर निर्माण की आज नींव रखी जा रही है। 1992 के बाद से करोड़ों लोग राम मंदिर के सपने को साकार होते देखने की ख्वाहिश लिए हुए हैं। आज दोपहर 12:30 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर की नींव रखेंगे। मोदी लगभग 3 घंटे अयोध्या में रहेंगे। इसके लिए वह सुबह 11:30 बजे अयोध्‍या के साकेत कॉलेज हेलीपैड पर पहुंचेंगे। इसके बाद यहां वह 150 ऐसे पुलिसवालों के सुरक्षा घेरे में रहेंगे, जो कोरोना वायरस से संक्रमित होकर ठीक हो चुके हैं। पीएम मोदी अयोध्‍या में राम मंदिर के शिलान्‍यास कार्यक्रम के साथ ही वहां करीब 3 घंटे बिताएंगे। ऐसे में वहां का प्रशासन इस बात के लिए पूरी तरह से आश्‍वस्‍त है कि पीएम मोदी की कोरोना से पूरी सुरक्षा होगी। प्रशासन का मानना है कि विशेषज्ञों के अनुसार जो लोग कोरोना वायरस संक्रमण से ठीक हो चुके होते हैं, उनमें एंटीबॉडी बन जाती हैं। इससे उन्‍हें कुछ महीनों तक बीमारी ना होने की संभावना रहती है। ऐसा ही इन पुलिसवालों के लिए जताया जा रहा है।

उत्‍तर प्रदेश पुलिस के आईजी दीपक कुमार के अनुसार यह तो प्रोटोकॉल में शामिल है कि प्रधानमंत्री के सुरक्षा घेरे में स्‍वस्‍थ कर्मी लगे हों और आजकल के दौर में कोविड 19 वॉरियर्स के सिवाय और कौन स्‍वस्‍थ मिल सकता है। कोरोना वायरस संक्रमण से ठीक हो चुके ये पुलिसकर्मी शहर में पीएम मोदी के लिए सुरक्षा घेरे की पहली परत बनाएंगे। आजादी के बाद मोदी इकलौते ऐसे प्रधानमंत्री होंगे, जो इस पद पर रहते हुए रामलला के दरबार में होंगे। उनसे पहले इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और अटल बिहारी वाजपेयी और खुद नरेंद्र मोदी बतौर प्रधानमंत्री अयोध्या पहुंचे, लेकिन रामलला के दर्शन नहीं कर पाए।

3 घंटे मोदी अयोध्या में रहेंगे

09:35 बजे: प्रधानमंत्री दिल्ली से रवाना होंगे।
10:35 बजे: मोदी लखनऊ पहुंचेंगे।
11:30 बजे: प्रधानमंत्री मोदी हेलिकॉप्टर से अयोध्या पहुंचेंगे।
11:40 बजे: मोदी और योगी हनुमानगढ़ी जाएंगे, फिर राम जन्मभूमि परिसर जाएंगे।
12:00 बजे: मोदी राम जन्मभूमि परिसर पहुंचेंगे।
12:15 बजे: प्रधानमंत्री पारिजात का पौधा लगाएंगे।
12:30 बजे: पूजा कार्यक्रम शुरू होगा। इस दौरान शिला पूजा, भूमि पूजा और कर्मा शिला पूजा होगी।
12:44 से 12:45 बजे: 32 सेकंड के अभिजीत मुहूर्त में मुख्य पूजा होगी। मान्यता यह है कि इसी मुहूर्त में भगवान राम का जन्म हुआ था। मोदी इस दौरान 40 किलो चांदी की ईंट नींव के तौर पर रखेंगे।
2:20 बजे: मोदी अयोध्या से लखनऊ रवाना हो जाएंगे।

बता दे, 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने रामलला के पक्ष में फैसला सुनाया। इसके ठीक नौ महीने बाद अयोध्या में राम मंदिर के लिए भूमिपूजन होने जा रहा है।

राम मंदिर आंदोलन के बड़े चेहरे

हिंदुत्व के आइकन, राम मंदिर के लिए रथ निकालने वाले और बाबरी मस्जिद को गिराने की साजिश रचने के आरोपों का सामना करने वाले लालकृष्ण आडवाणी वहां नहीं होंगे। बाबरी मस्जिद गिराने के आडवाणी के सह-आरोपी मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती भी कोरोना संकट के चलते भूमि पूजन कार्यक्रम में नहीं होंगे। 80 के दशक से मंदिर आंदोलन के बड़ा चेहरे रहे ये तीनों वरिष्ठ लोग वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये भूमि पूजन कार्यक्रम से जुड़ेंगे। उमा भारती अयोध्या में ही हैं लेकिन वह कार्यक्रम के दौरान सरयू घाट पर रहेंगी।

उन्होंने कहा, 'आडवाणी जैसे लोग आज खुश हैं। वो वरिष्ठ हैं। उन्होंने एक समय वाजपेयी के लिए कुर्सी तक त्याग दी थी। मैं भी बहुत प्रसन्न हूं। मैं आठ साल की थी जब मंदिर आंदोलन से जुड़ी।' उन्होंने आगे कहा, 'किसी को यह नहीं सोचना चाहिए कि राम या राम मंदिर किसी समूह या लोगों के किसी खास समूह से जुड़ा हुआ है। ऐसा सोचना गलत होगा।'

राम मंदिर आंदोलन को चलाने और उसे धार देने वाले कई चेहरे आज नहीं हैं। इनमें तमाम मोर्चों पर जूझते हुए आंदोलन को जिंदा रखने वाले विश्व परिषद के अशोक सिंघल, दिगंबर अखाड़ा के राम चंद्र परमहंस, महंत अवैद्यनाथ जिन्होंने शुरू में आंदोलन का नेतृत्व किया और कई अन्य लोग आज जीवित नहीं हैं। दिवंगत शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने एक बार कहा था कि उनके लड़कों ने मस्जिद को ध्वस्त किया। लेकिन आज वो कांग्रेस के साथ हैं।