राजस्थान : पुनर्गठन के बाद हो गया पड़ोसी राज्यों में सबसे बुजुर्ग मंत्रिमंडल, औसत आयु में हुआ 3.8 साल का इजाफा

राजस्थान में मंत्रिमंडल का पुनर्गठन हुआ और रविवार को मंत्रियों ने अपने पद की शपथ ली। इस दौरान प्रदेश में 12 नए मंत्री बनाए गए। गहलोत कैबिनेट में सबसे बुजुर्ग मंत्री 78 साल के शांति धारीवाल और सबसे युवा 37 साल के अशोक चांदना हैं। इस विस्तार के बाद प्रदेश का मंत्रिमंडल पड़ोसी राज्यों में सबसे बुजुर्ग हो गया हैं। जहां पुनर्गठन से पहली इसकी औसत आयु 57 साल थी वह अब 3.8 साल बढ़कर औसत आयु के हिसाब से 60.8 साल की हो गई।

पहले राजस्थान का मंत्रिमंडल केंद्र सरकार के मंत्रिमंडल से जवान था। यहां औसत आयु 57 साल थी और केंद्र के मंत्रिमंडल की औसत आयु 58 साल थी। अब पुनर्गठन के बाद मंत्रिमंडल की औसत आयु केंद्र की आयु से 2.8 साल अधिक हो गई है। पुनर्गठन के बाद जहां अशोक गहलोत सरकार के मंत्रिमंडल की औसत आयु बढ़ी है। वहीं केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के मंत्रिमंडल के विस्तार के बाद औसत आयु घटी थी। पहले केंद्र के मंत्रिमंडल की औसत आयु 61 साल थी, जो विस्तार के बाद घटकर 58 साल हो गई है।