दूसरी लहर से जूझ रहे भारत को मिली ऑस्ट्रेलिया से मदद, देगा 4.1 करोड़ डॉलर की सहायता सामग्री

भारत कोरोना की दूसरी लहर से जूझ रहा हैं जहां हर दिन रिकॉर्ड मामले सामने आ रहे हैं और मौतों का आंकड़ा भयावह स्थित पैदा कर रहा हैं। ऐसे में कई देश भारत की मदद के लिए आगे आ रहे हैं। इसमें अब ऑस्ट्रेलिया के राज्य विक्टोरिया ने गुरुवार को 4.1 करोड़ डॉलर की सहायता सामग्री देने की पेशकश की हैं। इसमें 1,000 वेंटिलेटर, चिकित्सा उपकरण शामिल हैं। यह दान राष्ट्रमंडल चिकित्सा भंडार को दिया जायेगा।

सहायता पैकेज की घोषणा करते हुए राज्य के कार्यवाहक प्रधानमंत्री जेम्स मरलिनो ने कहा कि भारत में हालात ठीक नहीं हैं और ऐसा प्रतीत होता है कि महामारी के खिलाफ जंग अभी खत्म नहीं हुई है। हमारी जिम्मेदारी है कि हम जहां मदद कर सकते हैं वहां करें और हम ऐसा कर भी रहे हैं। बहु सांस्कृतिक मामलों के मंत्री रोस स्पेंस ने कहा कि हमारेी संवेदनाएं इस त्रासदी के शिकार लोगों के साथ हैं और हमें आशा है कि भारत जिस चुनौती से अभी गुजर रहा है, इस पैकेज से उसे थोड़ी राहत मिलेगी।

एक आधिकारिक बयान के अनुसार कि हमलोग कोरोना वायरस की दूसरी लहर से जूझ रहे भारत में संक्रमितों के उपचार में मदद के लिए सहायता सामग्री भेजने के लिए विदेश एवं व्यापार मामलों के विभाग (DFT) के साथ काम कर रहे हैं। बयान के अनुसार कि स्वास्थ्य विभाग के पास वर्तमान में 1,000 आईसीयू वेंटिलेटर हैं और मानवता के उद्देश्य से इन्हें भारत को दान किया जायेगा। राज्य कनेक्टर्स और ह्यूमिडिफायर जैसे अन्य उपकरण भेजने की भी तैयारी कर रहा है। इन सबकी कुल कीमत 4.1 करोड़ ऑस्ट्रेलियाई डॉलर है।