SURVEY : बीजेपी के लिए बुरी खबर, इन तीन राज्यों में कांग्रेस की हो सकती है सत्ता में वापसी

चुनाव आयोग ने शनिवार को पांच राज्यों (मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मिजोरम और तेलंगाना) में होने वाले विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान कर दिया है। आयोग ने छत्तीसगढ़ में दो चरणों में चुनाव कराने की घोषणा की है। इसके अलावा मध्य प्रदेश, मिजोरम, राजस्थान और तेलंगाना में एक चरण में ही चुनाव कराए जाएंगे। बता दें कि मध्य प्रदेश में कुल 231 सीटों पर चुनाव होगा, जबकि राजस्थान में 200 सीटों पर, छत्तीसगढ़ में 91 सीटों पर, मिजोरम में 40 सीटों पर और तेलंगाना में कुल 119 सीटों पर विधानसभा चुनाव होने हैं। इन पांचों राज्यों में से तीन राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में इस वक्त भाजपा की सरकार है। छत्तीसगढ़ में पहले चरण में 18 सीटों पर 12 नवंबर को वोटिंग होगी। इसके बाद दूसरे चरण में 72 विधानसभा क्षेत्रों में 20 नवंबर को चुनाव होंगे। चुनाव आयोग ने मध्य प्रदेश और मिजोरम में एक ही चरण में 28 नवंबर को वोटिंग कराने का ऐलान किया है। राजस्थाना और तेलंगाना में सात दिसंबर को वोटिंग होगी। मतगणना 11 दिसंबर को होगी और उसी दिन परिणाम आ जाएंगे। आगामी पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में जीत की आस लगाए बैठी भारतीय जनता पार्टी को बड़ा झटका लग सकता है। विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद एबीपी न्यूज-सी वोटर का ओपिनियन पोल एक ओर जहां बीजेपी के बुरी खबर लेकर आया है, वहीं कांग्रेस के लिए अच्छी ख़बर लेकर आया है। विधानसभा चुनावों के मद्देनजर यह ओपिनियन पोल बीजेपी के लिए टेंशन बढ़ाने वला है। राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के लिए कराए गए इस सर्वे में तीनों ही राज्यों में बीजेपी के हाथ से सत्ता खिसकती दिखाई दे रही है और तीनों ही राज्यों में कांग्रेस को बहुमत मिलता दिखाई दे रहा है।

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2018

मध्य प्रदेश में पिछले 15 बरसों से बीजेपी का लगातार शासन है। नवंबर 2005 में मुख्यमंत्री बने शिवराज सिंह चौहान का यह तीसरा कार्यकाल है। उससे पहले कांग्रेस की सरकार थी, जिसमें दिग्विजय सिंह 10 साल मुख्यमंत्री थे। एमपी में इस बार बीजेपी को चुनौती मिलती दिख रही है। ओपिनियन पोल के मुताबिक भाजपा पिछड़ती नजर आ रही है। मध्य प्रदेश में कांग्रेस को 122 सीटें मिलने की संभावना है, तो वहीं भारतीय जनता पार्टी 108 का आंकड़ा छूती नजर आ रही है। राज्य में विधानसभा की कुल 230 सीटें हैं। बता दें कि मध्य प्रदेश में फिलहाल बीजेपी के पास 165, कांग्रेस के पास 58, बीएसपी के 4 और निर्दलीय के पास 4 सीटे हैं।

मध्य प्रदेश में वोट फीसदी: किसे कितने वोट

बीजेपी- 41.5%
कांग्रेस- 42.2%
अन्य- 16.3%

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2018

नवंबर 2013 में छत्तीसगढ़ में पिछला चुनाव हुआ था। इस बार दो चरणों में चुनाव कराए जाएंगे। पहले चरण का मतदान 12 नवंबर को जबकि दूसरे चरण का मतदान 20 नवंबर को होगा। 11 दिसंबर को दूसरे राज्यों के साथ ही यहां के भी नतीजे घोषित किए जाएंगे। आपको बता दें कि यहां 27 जिलों में विधानसभा की कुल सीटें 90+1 सीटें हैं, जिसमें से 90 पर चुनाव होता है, वहीं एक एंग्लो-इंडियन मनोनीत होता है। इस समय राज्य में बीजेपी सत्ता में है और डॉ. रमन सिंह मुख्यमंत्री हैं। वहीं, छत्तीसगढ़ से भी बीजेपी के लिए राहत की खबर नहीं है। वहां भी सत्ता में काबिज बीजेपी से आगे कांग्रेस नजर आ रही है। छत्तीसगढ़ के लिए ABP न्यूज़-सी-वोटर के ओपिनियन पोल के मुताबिक, बीजेपी को जहां 40 सीटें मिलती नजर आ रही हैं, वहीं कांग्रेस 47 सीटों पर बीजेपी से आगे निकलती दिख रही है। साथ ही अन्य के खात में 3 सीटें जाने की संभावना है। बता दें कि छत्तीसगढ़ में कुल 90 सीटें हैं।

छत्तीसगढ़ में वोट फीसदी: किसे कितने वोट

बीजेपी- 38.6%
कांग्रेस- 38.9%
अन्य- 22.5%

राजस्थान विधानसभा चुनाव 2018

राजस्थान में पिछले चुनाव में बीजेपी ने जीत दर्ज की थी। इस बार के चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी में सीधी टक्कर है। पीएम मोदी ने राजस्थान में शनिवार से चुनावी बिगुल भी फूंक दिया है। राज्य में विधानसभा की कुल 200 सीटें हैं। पिछले चुनाव में बीजेपी ने 160 सीटें जीती थीं। कांग्रेस को 25 और अन्य को 15 सीटें मिली थीं। राजस्थान में वसुंधरा राजे की सरकार भी इस बार जाती दिख रही है। राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए ABP न्यूज़-सी-वोटर के ओपिनियन पोल के मुताबिक, भारतीय जनता पार्टी महज 56 सीटों पर सिमटती नजर आ रही है। वहीं कांग्रेस पार्टी के खाते में 142 सीटों के जाने का अनुमान लगाया गया है। साथ ही अन्य के खाते में दो सीटें जाने की संभावना है। बता दें कि राजस्थान में कुल 200 सीटें हैं।

राजस्थान में वोट फीसदी: किसे कितने वोट

बीजेपी- 34%
कांग्रेस- 50%
अन्य- 16%

बता दें कि शनिवार को चुनाव आयोग ने पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया। इससे पहले चुनाव आयोग के चुनाव तारीखों के समय में बदलाव को लेकर विवाद भी हुआ और कांग्रेस ने चुनाव आयोग की मंशा और स्वतंत्रता पर सवाल उठाए।