जयपुर : गहलोत सरकार ने दी कोरोना मरीजों को बड़ी राहत, 6500 रुपए घटाई प्लाज्मा की रेट

कोरोना मरीजों की जान बचाने के लिए डॉक्टर्स हर संभव प्रयास कर रहे हैं। इसमें प्लाज्मा थैरेपी भी शामिल हैं जिससे कई कोरोना मरीजों की जान बचाई जा रही हैं। गहलोत सरकार ने कोरोना मरीजों को बड़ी राहत देते हुए प्लाज्मा की रेट में 6500 रुपए घटाए हैं। अभी तक इस थैरेपी 16500 रुपए लिए जाते थे। लेकिन अब चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख शासन सचिव ने आदेश जारी करते हुए 200एमएल प्लाजा के लिए नई दर 10 हजार रुपए निर्धारित की है। हांलाकि महाराष्ट्र की तुलना में अब भी दरें ज्यादा हैं। महाराष्ट्र में ब्लड बैंक प्लाजा की दर 200 एमएल प्लाजा की दर 5500 रुपए निर्धारित है। इस महामारी में जब प्लाज्मा की ज्यादा जरूरत है, तब सरकार को भी इसकी दरों में और कमी करके लोगों को राहत देनी चाहिए।

कोरोना की दूसरी लहर के घातक प्रकोप के राजस्थान सरकार ने निजी अस्पतालों में प्लाज्मा थैरेपी की अधिकतम दर 10 हजार रुपए तय कर दी है। निजी अस्पतालों संचालक बड़ी संख्या में गंभीर मरीजों को प्लाजा थैरेपी दे रहे है। इसे देखते हुए सरकार ने यह निर्णय किया है। प्लाज्मा के नाम पर निजी अस्पतालों में ब्लड बैंकों में लूट होती है। मरीजों से एंटीबॉडिज टेस्ट आदि के नाम पर अन्य चार्ज भी लिए जाते है।

आपको बता दें कि कोरोना बीमारी से ठीक हो चुके मरीजों के खून में एंटीबॉडीज' बन जाती हैं जो भविष्य में इस बीमारी से लड़ने में उनकी मदद करती हैं। इन्ही लोगों के खून में से प्लाजा निकालकर कोेरोना से बीमारी व्यक्तियों के शरीर में चढ़ाया जाता है, ताकि उस व्यक्ति के शरीर में भी एंटीबॉडीज बन सके।