आसाराम को नाबालिग से रेप का दोषी करार दिया गया है। आसाराम एक नाबालिग लड़की से रेप के आरोप में क़रीब 5 साल से ज़्यादा वक़्त से जेल में बंद था। इस मामले में जोधपुर कोर्ट ने अपना फ़ैसला सुनाया। इस मामले में आसाराम के साथ दो और लोगो को दोषी करार दिया गया है। इस मामले में कुल पांच लोग आरोपी थें, जिनमें दो लोगों को बरी कर दिया गया है। आसाराम रेप केस में फैसला सुनाने के लिए कोर्ट जेल में ही लगा और वहीं फैसला सुनाया गया। पुलिस ने आसाराम रेप में उनके सेवादारों के ख़िलाफ़ नवंबर 2013 में चार्जशीट दाख़िल की थी। इस केस में कुल 58 गवाहों ने गवाही दी। आसाराम के ख़िलाफ़ जिन धाराओं में केस दर्ज किया गया उसमें उम्रक़ैद तक की सज़ा हो सकती है। प्रशासन ने सतर्कता बरतते हुए जोधपुर को किले में तब्दील कर दिया है। पूरे शहर में धारा 144 लागू है। पुलिस और सुरक्षाबलों के जवान फ़्लैग मार्च कर रहे हैं। हर आने-जाने वालों की तलाशी ली जा रही है। आसाराम के जोधपुर आश्रम को भी ख़ाली करा लिया गया है।
आइये आसाराम पर लगे पांच गंभीर आरोपों पर एक नजर डालते हैं।
1- नाबालिग बच्ची से रेप का आरोपी है आसाराम :
आसाराम पर नाबालिग बच्ची से रेप का आरोप है। पीड़िता ने आरोप लगाया था कि आसाराम ने जोधपुर के मनाई इलाके में स्थित अपने आश्रम में उसे बुलाया और 15 अगस्त 2013 की रात में उसके साथ रेप किया। इस मामले में आसाराम को इंदौर में गिरफ्तार किया गया था और एक सितंबर 2013 को उसे जोधपुर लाया गया। वह दो सितंबर 2013 से जेल में बंद है।
2- बच्चों की हत्या का संगीन आरोप :
आसाराम पर बच्चों की हत्या का संगीन आरोप है। इन बच्चों को आश्रम में बुलाया गया था। कथित तौर पर इनका यौन शोषण करने के बाद हत्या कर दी गई। इन मामलों में आसाराम के बेटे नारायण साईं पर भी लिप्तता का आरोप है।
3- गवाहों की हत्या और अपहरण का है आरोप :
आसाराम पर सूरत की 2 बहनों ने भी रेप का आरोप लगाया था। आसाराम के कुक अखिल गुप्ता इस घटना के गवाह थे। उन्होंने दोनों बहनों को आसाराम के कमरे में जाते देखा था। बाद में अखिल गुप्ता की हत्या कर दी गई। इसी तरह जोधपुर केस में गवाह और आसाराम के निजी चिकित्सक रहे राहुल के। सच्चन को भी कोर्ट परिसर में आसाराम के अनुयाई ने चाकू मारा था। बाद में नवंबर 2015 में वह गायब हो गए और अब तक नहीं मिले। आसाराम पर तमाम मामलों के गवाहों के अपहरण और हत्या का गंभीर आरोप है।
4- मामले की सुनवाई कर रहे जज को ही धमका दिया :
आसाराम पर केस की सुनवाई कर रहे सेशन जज मनोज कुमार व्यास को धमकी देने का भी आरोप है। आसाराम ने कथित तौर पर जज से कहा था कि अगर बेल नहीं मिली तो 'अच्छा नहीं होगा'। इसके अलावा आसाराम की सुरक्षा देख रहे एसएचओ को भी धमकी देने का मामला सामने आया था।
5- देशभर में अवैध तरीके से जमीन कब्जाने का है आरोप :
रेप और हत्या जैसे संगीन मामलों के साथ-साथ आसाराम पर देशभर में अवैध तरीके से जमीन कब्जाने का भी आरोप है। कई शहरों में आश्रम के नाम पर जमीन पर कब्जा किया गया। दूसरी तरफ, जहां उसे वैध तरीके से जमीन आवंटित की गई थी, उसके आसपास की जमीनों को अवैध तरीके से कब्जा लिया।