राम मंदिर ट्रस्ट के ऐलान के साथ सियासत गरमाई, ओवैसी ने कहा - दिल्ली चुनावों को लेकर BJP चिंतित

अयोध्या में राम मंदिर के निर्णाण के लिए सरकार द्वारा ट्रस्ट बनाए जाने की घोषणा लोकसभा में आज घोषणा की गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में राम मंदिर ट्रस्ट बनाने का ऐलान किया। इस ट्रस्ट का नाम ‘श्री राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र’ रखा गया है। ट्रस्ट बनाए जाने की घोषणा के साथ ही इसपर राजनीती भी शुरू हो गई है। AIMIM के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने इस घोषणा के समय पर सवाल उठाया है। ओवैसी ने कहा कि संसद का सत्र 11 फरवरी को समाप्त हो रहा है। यह घोषणा 8 फरवरी के बाद की जा सकती है। ऐसा लगता है कि बीजेपी दिल्ली चुनावों को लेकर चिंतित है। उन्होंने कहा कि बाबरी मस्जिद के विध्वंस को हम भूलने वाले नहीं है। ओवैसी ने कहा, 'बाबरी मस्जिद को न तो हम भूलेंगे और न आने वाली पीढ़ियों को भुलाने दिया जाएगा।' बाबरी मस्जिद को ढहाने के लिए ओवैसी ने सुप्रीम कोर्ट को जिम्मेदार ठहराया है। ओवैसी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने अगर कार सेवा की इजाजत नहीं देता तो मस्जिद वहां नहीं टूटती। उन्होंने कहा कि हम अपनी आने वाली पीढ़ी को बताएंगे कि कैसे बाबरी मस्जिद टूटी है। ओवैसी ने कहा कि जिन लोगों ने बाबरी मस्जिद का ढांचा ढहाया था, उन्हें ही मंदिर बनाने का काम सौंपा जा रहा है। बाबरी मस्जिद के विध्वंस को आने वाली नस्लों को भूलने नहीं दिया जाएगा।

उधर, कांग्रेस ने भी पीएम मोदी पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने कहा पीएम मोदी वोटों की खेती कर रहे हैं। कांग्रेस नेता मधुसूदन मिस्त्री ने कहा कि एक समुदाय विशेष को टारगेट करके मुद्दे उठाए जा रहे हैं। हालांकि उन्होंने साथ ही साफ किया कि इसका असर दिल्ली चुनाव पर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि राम मंदिर एक चुनावी मुद्दा तो था लेकिन सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद यह खत्म हो चुका है।