Article 370 : कैसे है अब कश्मीर के हालात, पुलिस ने बताया - पिछले 6 दिनों में नहीं चली एक भी गोली

केंद्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद अंतरराष्ट्रीय न्यूज एजेंसी ने दावा किया था कि जम्मू और कश्मीर में प्रतिबंधों में ढील दिए जाने के बाद श्रीनगर में 10 हजार लोग सड़कों पर उतर आए थे। हालाकि गृह मंत्रालय इस बात का खंडन किया था। मंत्रालय ने इसे पूरी तरह गलत और मनगढ़ंत बताया था। वही इन खबरों का खंडन करते हुए जम्मू-कश्मीर पुलिस ने भी साफ कर दिया है कि राज्य में हालात पर काबू पाने के लिए पिछले 6 दिनों में गोली का इस्तेमाल नहीं किया गया है। जम्मू और कश्मीर में ईद को ध्यान में रखते हुए प्रतिबंधों में ढील दी गई जिसके बाद लोगों ने खरीदारी भी की। पुलिस ने कहा है कि लोगों को फायरिंग से जुड़ी खबरों पर किसी तरह से यकीन नहीं करना चाहिए, क्योंकि ऐसी खबरें शरारतपूर्ण तत्वों और किसी खास उद्देश्य से फैलाई जा रही है।

कश्मीर में 15 अगस्त, बीजेपी ने की तैयारी

जम्मू और कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाने के केंद्र सरकार के फैसले को भारतीय जनता पार्टी पूरे जोर-शोर से मनाना चाहती है। इसी के चलते बीजेपी की प्रदेश इकाई ने हर पंचायत में तिरंगा फहराने के लिए सिल्क और खादी के 50 हजार खास झंडे दिल्ली से मंगवाए हैं और इसे कार्यकर्ताओं और पंचायतों को दिए जाएंगे। नए बने केंद्र शासित प्रदेश में 15 अगस्त के मौके पर 4000 से ज्यादा पंचायतों में ये झंडे फहराए जाएंगे। इसके साथ ही सभी गांवों में रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

स्वतंत्रता दिवस पर इतने बड़े पैमाने पर तिरंगा फहराने की योजना के मद्देनजर केंद्र सरकार ने जबरदस्त सुरक्षा के इंतजाम किए हैं, जिसकी निगरानी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और उनकी टीम कर रही है।

राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर पर जताई चिंता

कांग्रेस वर्किंग कमिटी (CWC) की शनिवार को बैठक हुई है। बैठक के बाद कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि कश्मीर में हालात बहुत खराब हैं। राहुल गांधी ने CWC की बैठक से बाहर निकलकर कहा कि बैठक में जम्मू-कश्मीर के हालात पर चर्चा हुई और उसी के बारे में बात करने के लिए उन्हें वहां बुलाया गया था। मीटिंग के बीच में जम्मू-कश्मीर को लेकर खबर आई कि कश्मीर में हिंसा हो रही है और हालात बेहद खराब हैं। चूंकि कश्मीर में हिंसा की खबरों से हम सब चिंतित हैं लिहाजा हमने तय किया कि सरकार और पीएम मोदी से पूछा जाए कि वो पूरी पारदर्शिता के साथ बताएं कि वहां क्या हो रहा है। उन्होंने कहा कि सीडब्ल्यूसी की मीटिंग के बीच में जम्मू कश्मीर के बारे में खबरें आईं और हमने मीटिंग रोक दी। वहां हालात बहुत खराब है। ट्रांसपेरेंसी के साथ पीएम बताएं कि जम्मू-कश्मीर पर क्या हो रहा है और हालत क्या हैं।