सीट के लिए आर्मी के एक जवान ने यात्री को बताया आतंकी, छावनी बना जबलपुर स्टेशन, मचा हड़कंप

दानापुर से पुणे जा रही ट्रेन संख्या-12150 में कटनी के समीप आर्मी के एक जवान ने एस-5 कोच की अपनी सीट पर दूसरे यात्री को बैठा देखा तो इतना नाराज हुआ कि उसने जबलपुर जीआरपी कंट्रोल रूम में फोन कर ट्रेन में आतंकवादी होने की सूचना दे दी। सूचना मिलते ही जबलपुर स्टेशन छावनी सा बन गया। हथियारबंद आरपीएफ के जवान और सेना पुलिस ट्रेन के पहुंचने का इंतज़ार करने लगे।जैसे ही ट्रेन स्टेशन पर पहुंची। तत्काल एस-5 कोच की तलाशी ली गई। करीब 20 मिनट की खोजबीन के बाद मामला फर्जी निकला।लेकिन इस दौरान स्टेशन पर मौजूद अन्य ट्रेनों का इंतजार कर रहे यात्री खासे दहशत में नजर आए। उनको इतनी बड़ी संख्या में सेना के जवान देख समझ नहीं आ रहा था कि वह क्या करें।

हालांकि, स्टेशन पर ट्रेन रुकते ही मामला साफ हो गया कि ट्रेन में कोई आतंकवादी नहीं है। ट्रेन में सीट पर बैठने का विवाद था। आर्मी जवान ने भी झूठी सूचना देने के लिए माफी मांग ली। इसके बाद सेना पुलिस ने आर्मी जवान का आइकार्ड जब्त कर लिया और उसे जाने दिया। आगे की कार्रवाई सेना के स्तर पर ही होगी। यात्रियों ने बताया कि सेना के जवान ने ट्रेन में यात्रियों से जमकर झगड़ा किया था।

दरहसल, आर्मी का जवान नंदन कुमार ट्रेन 12150 में परिवार के साथ पटना से पुणे की यात्रा कर रहा था। एस-5 कोच में उसकी सीट रिजर्व थी, लेकिन कुछ लोग उसकी सीट पर आकर बैठ गए। उसने उन्हें वहां से हटने के लिए कहा लेकिन वह नहीं माने। इस पर आर्मी जवान का यात्रियों के साथ विवाद हो गया। इससे नाराज जवान कुछ देर के लिए वहां से हट गया और ट्रेन के गेट पर जाकर जीआरपी कंट्रोल रूम में अपनी सीट पर आतंकवादी बैठे होने की सूचना दे दी।

बाथरूम में छिपा मिला जवान

जैसे ही अधिकारी कोच की सीट पर पहुंचे, न तो जवान मिला और न ही आतंकवादी। जांच अधिकारियों ने उसे खोजा तो वह ट्रेन के बाथरूम में छिपा मिला। प्लेटफार्म पर उतारकर उससे पूछताछ की, तो नंदन कुमार ने माना कि उसी ने आतंकवादी होने की सूचना दी थी।