लगभग 3 करोड़ रुपये में नीलाम हुआ एप्पल का ये कंप्यूटर, जाने क्या है इसमें खास

अमेरिका की दिग्गज टेक्नोलॉजी कंपनी एप्पल ने 1976-77 में बने अपने पहले कंप्यूटर 'एपल-1' के एक नायाब मॉडल को 3,75,000 डॉलर (करीब 2.65 करोड़ रुपये) में नीलाम कर दिया है। इस कंप्यूटर को एप्पल के फाउंडर स्टीव जॉब्स और स्टीव वोजनियाक ने बनाया था और सबसे गजब की बात यह है कि यह कंप्यूटर अब भी पूरी तरह से काम कर रहा है। स्टीव जॉब्स और स्टीव वोजनियेक ने इस कंप्यूटर को एक सर्किट बोर्ड के तौर पर किया था, जिसे एक किट के तौर पर बेचा जाना था और इलेक्ट्रॉनिक्स का शौक रखने वाले लोग इसके खरीदार थे। यह उन शुरुआती पर्सनल कंप्यूटर्स में से एक है, जिसके पार्ट्स को जोड़ने की यूजर्स को जरूरत नहीं पड़ती थी।

स्टीव जॉब्स ने तलाशे थे कंप्यूटर के खरीदार


अमेरिका के ऑक्शन हाउस ‘RR ऑक्शन’ के मुताबिक, खरीदारों की तलाश में जॉब्स ने कैलिफोर्निया के माउंटेन व्यू की ‘द बाइट शॉप’ के मालिक पॉल टेरेल से संपर्क किया था। यह दुनिया में पर्सनल कंप्यूटर का पहले स्टोर्स में से एक था। कंप्यूटर की पहुंच इलेक्ट्रॉनिक्स का शौक रखने वालों के साथ ही अन्य लोगों तक पहुंचाने के लक्ष्य से टेरेल 50 एप्पल-1 कंप्यूटर खरीदने के लिए तैयार हो गए थे। उनकी शर्त थी कि ये कंप्यूटर पूरी तरह असेंबल होने चाहिए।

उस समय करीब 48,000 रुपये में बिके थे ये कंप्यूटर

इसी के साथ, एप्पल-1 पहला ‘पर्सनल’ कंप्यूटर बन गया जिसे यूजर द्वारा जोड़े जाने की जरूरत नहीं थी। इसके बाद जॉब्स और वोजनियेक ने साथ मिलकर करीब 200 एप्पल-1 कंप्यूटर बनाए और उनमें से 175 बेचे। ऑक्शन हाउस ने एक बयान में बताया कि यह एप्पल-1, मूल 200 कंप्यूटरों में से बचे 60-70 में से एक है। उस वक्त उनके कंप्यूटर 666.66 डॉलर (तकरीबन 48 हजार रुपये) में बिके थे। एप्पल-1 एक्सपर्ट कोरी कोहेन ने 2018 में इस कंप्यूटर को उसकी मूल एवं क्रियाशील रूप में बहाल कर दिया।